निष्ठावान और चरित्रवान की पूंजी है सत्य : पंकज शास्त्री
हजारीबाग दिगंबर जैन मंदिर में दशलक्षण पर्यूषण महापर्व के पांचवें दिन शनिवार को उत्तम सत्
हजारीबाग : दिगंबर जैन मंदिर में दशलक्षण पर्यूषण महापर्व के पांचवें दिन शनिवार को उत्तम सत्य धर्म के रूप में मनाया गया। प्रात: दोनों मंदिरों में श्रीजी का अभिषेक एवं संगीतमय पूजन व भजन का कार्यक्रम हुआ। पंडित पंकज जी शास्त्री ने अपने मंगल प्रवचन में कहा कि आज उत्तम सत्य का दिन है। सत्य निष्ठावान और चरित्रवान की पूंजी है। हमें हमेशा हितकारी वाणी बोलनी चाहिए। सत्य आत्मा का सौंदर्य है। पंडित जी ने श्रावकों को अपने प्रवचन में कहा कि सत्य आत्मा का सौंदर्य है जो नेत्रों से स्नेह रूप में प्रकट होता है और मुख की सहजता में ²ष्टिगोचर होता है। संध्या में बाड़म बाजार दिगंबर जैन मंदिर में भव्य महाआरती का कार्यक्रम 108 दीपों से हुआ। संध्या 8:30 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम जैन महिला समाज की ओर से प्रस्तुत किया गया। मंच संचालन वर्षा लुहाड़िया द्वारा किया गया। सर्वप्रथम नेहा लुहाडिया ग्रुप के द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया। मंगलाचरण में माता त्रिशला के 16 स्वपन को दिखाया गया। जब उनके गर्भ में 24 वे तीर्थंकर भगवान महावीर होते हैं, तभी माता अंधनिद्रा अवस्था में 16 दिव्य सपने देखती है। तत्पश्चात नाटक ऐसी थी चंदनबाला की प्रस्तुति की गई।