या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:
हजारीबाग शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन आज नवमी तिथि को मां सिद्धिदात्री भक्तों के नौ दिनों तक
हजारीबाग : शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन आज नवमी तिथि को मां सिद्धिदात्री भक्तों के नौ दिनों तक के जप तप का फल प्रदान करेंगी। इसी के साथ दुर्गा पूजा का उल्लास अपने चरम पर पहुंच गया है। भक्तों में जहां मां से अपनी मनोकामना पूर्ति की आस है, वहीं बच्चों में मेला घुमने -फिरने व विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद लेने की चाहत है। शहर के विभिन्न पूजा पंडालों में राज्य के बाहर से बुलाए गए कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक भव्य पंडालों का निर्माण किया है। जो शहरवासियों के लिए आकर्षण व कौतूहल का विषय बना हुआ है। कहीं किसी प्रसिद्ध मंदिर का प्रारूप दिखता है तो कहीं किसी प्रसिद्ध भवन का। वहीं बिजली की सजावट को लेकर कोई किसी से पीछे नहीं रहना चाहते हैं, जिससे पूरा शहर में जगह जगह विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे बिजली के बल्बों की रोशनियां जगमगा रही है। रात्रि के समय पूरा शहर में दीवाली जैसी रोशनी में नहा जाती है। वहीं पूजा पंडालों की ओर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। साथ ही अष्टमी तिथि को माताएं अपने सुहाग की रक्षा व परिवार की सुख शांति के लिए मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी का खोईंछा भरकर अपने दामन को भी सुख, शांति व समृद्धि से भरने की याचना मां से की। दक्षिणेश्वर काली घाट का अहसास कराता है कोर्रा का पूजा पंडाल :
कोर्रा चौक पर विगत 70 वर्षों से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। इस बार वहां कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली घाट मंदिर की प्रतिकृति बनाई गई है। महासमिति के अध्यक्ष सह वार्ड पार्षद पंकज कुमार गुप्ता उर्फ बबन गुप्ता बताते हैं कि हमारी महासमिति शहर के प्राचीनतम महासमितियों में से है। यहां बंगाली रीति रिवाज से पूजा की जाती है। यहां का सबसे बडा आकर्षण ढाकी नृत्य होता है। इसके लिए बंगाल के मुर्शिदाबाद से कलाकार बुलाए गए हैं। जो हाथों में मां की आरती के थाल लेकर ढाक बजाते हुए नृत्य कर महाआरती करते हैं। इसे देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। वहीं महाप्रसाद के विषय में बताया कि अष्टमी को खीर का भोग लगाकर भक्तों के बीच बांटा गया। नवमी को खिचड़ी व विजयादशमी को लड्डू का भोग लगाया जाएगा। शहर का मुख्य आकर्षण होता है मटवारी गांधी मैदान का पूजा पंडाल :
शहर के बीचोंबीच होने व मैदान की बड़ी जगह उपलब्ध होने के कारण मटवारी गांधी मैदान का दुर्गा पूजा पंडाल लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। महासमिति के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह बताते हैं कि यहां वर्ष 2003 से पूजा का आयोजन काफी धूमधाम से किया जा रहा है। हर बार अलग-अलग मंदिरों का प्रतिरूप पूजा पंडाल का निर्माण किया जाता है। पंडाल के निर्माण के लिए राज्य से बाहर से कलाकार बुलाए गए हैं। वहीं बिजली की सजावट भी काफी अच्छे ढंग से की गई है। अष्टमी को जहां खीर का भोग मां को लगाकर भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। वहीं नवमी को खिचड़ी व विजयादशमी को बुंदिया का प्रसाद भक्तों के बीच बांटा जाएगा :
लड्डू देनेवाले गणेशजी व सेल्फी प्वाइंट है बडा आकर्षण :
बड़ा बाजार दुर्गा पूजा पंडाल में दक्षिण भारत के मंदिर का प्रारूप दिखता है। दुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष सह उपमहापौर राजकुमार लाल ने बताया कि पंडाल के निर्माण के लिए बंगाल से कलाकर बुलाए गए हैं। इन्होंने काफी मेहनत से बडे सुंदर पंडाल का निर्माण किया है। मुख्य आकर्षण दस रूपये का सिक्का डालने पर गणेशजी के द्वारा भक्तों को प्रसाद के रूप में लड्डू देना है। वहीं मां की मूर्ति के साथ बनाए गए सेल्फी प्वाइंट भी लोगों को खूब भा रहा है। बडी संख्या में श्रद्धालु सेल्फी ले रहे हैं। बंगाल की संस्कृति से प्रभावित होने के कारण यहां बंगाली विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। अष्टमी को खीर महाप्रसाद का भोग मां को लगाकर भक्तों के बीच बांटा गया। नवमी व विजयादशमी को भी मां को विभिन्न प्रकार के भोग लगाए जाएंगें। सिडनी के दुर्गा देवोस्थानम मंदिर की है प्रतिकृति :
विगत 54 वर्षों से हुरहुरू में दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। हरेक वर्ष बड़े ही उत्साह के साथ दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है। दुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष जागेश्वर राम ने बताया कि इस बार सिडनी के दुर्गा देवास्थानम मंदिर का प्रारूप लोगों के लिए आकर्षण का विषय बना हुआ है। मंदिर की अद़भूत सजावट लोगों की भारी भीड को आकर्षित कर रही है। खासकर रात के समय पूजा पंडाल की छटा अछ्वूत होती है। पूजा महासमिति के कार्यकारी अध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि पूजा पंडाल के आस पास अनुशासन व सवच्छता के लिए महासमिति के द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। सभी पूजा पंडालों में जिला प्रशासन के द्वारा की गई गई सुरक्षा की व्यवस्था :
दुर्गा पूजा के दौरान पूजा पंडालों में भक्तों की उमड़नेवाली भारी भीड को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रत्येक पूजा पंडाल में दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर स्टैटिक फोर्स की तैनाती की गई है। वहीं लगातार पुलिस के द्वारा गश्त भी किया जा रहा है। इसके अलावा वरीय पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा भी क्षेत्र का भ्रमण किया जा रहा है।