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कोरोना जांच के लिए अब नहीं लगानें होंगे चक्कर

रमण कुमार हजारीबाग दूर दराज के गांव के लोगों को अब कोरोना संक्रमण की जांच के लिए ि

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 09:26 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 09:26 PM (IST)
कोरोना जांच के लिए अब नहीं लगानें होंगे चक्कर
कोरोना जांच के लिए अब नहीं लगानें होंगे चक्कर

रमण कुमार हजारीबाग : दूर दराज के गांव के लोगों को अब कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिला मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। उनके कोरोना संक्रमण की जांच उनके घर के नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ही हो जाएगी। कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य स्वास्थ्य मिशन के द्वारा राज्य के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रूनैट मशीन अधिष्ठापित की जाएगी। राज्य स्वास्थ्य मिशन के निदेशक रविशंकर शुक्ला ने इस आशय का निर्देश राज्य के सभी उपायुक्तों को दिया है। इस क्रम में राज्य में कुल 192 टूनैट मशीन अधिष्ठापित किए जाएंगे। नए अधिष्ठापित किए गए ट्रूनैट मशीन से दुर्गा पूजा के उपरांत जांच कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। इससे गर्भवती महिलाओं, दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है।

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अब तक चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अधिष्ठापित की गई ट्रूनैट मशीन

राज्य स्वास्थ्य मिशन के निदेशक रविशंकर शुक्ला के निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन डा. संजय जायसवाल ने संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को पत्र भेजा है। इस संबंध में सिविल सर्जन डा. जायसवाल ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा में तकनीकी कारणों से नवनिर्मित भवन स्थानांतरित नहीं किए जाने के कारण वहां के आवंटित मशीन को बरही अनुमंडलीय अस्पताल में ही स्थापित किया जाएगा। जबकि बड़कागांव व केरेडारी को एक साथ टैग कर केरेडारी में ट्रूनैट मशीन की अधिष्ठापित की जाएगी। इसके बाद इचाक या मरीजों की संख्या अधिक होने पर विष्णुगढ़ में ट्रूनैट मशीन अधिष्ठापित किए जाने की योजना है।

कोरोना के बाद की जाएगी टीबी संक्रमण की हो सकेगी जांच

केंद्र सरकार के द्वारा देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने की योजना है। इसे लेकर टीबी के संदिग्ध मरीजों की पहचान व उनकी जांच को लेकर सघन अभियान चलाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक कोरोना संकट की समाप्ति के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में नव अधिष्ठापित ट्रूनैट मशीनों की सहायता से टीबी के संदिग्ध मरीजों की जांच भी की जा सकेगी। वर्तमान में टीबी संक्रमण की जांच जिला मुख्यालय में ही उपलब्ध रहने के कारण ग्रामीण एवं दूर दराज के इलाकों के लोगों की टीबी संक्रमण की जांच नहीं हो पाती है। जिला मुख्यालय में मशीन की संख्या कम रहने के कारण जांच में भी अधिक समय लगता है। ----------------------------------

राज्य स्वास्थ्य मिशन के निदेशक के पत्र के आलोक में विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रूनैट मशीन की अधिष्ठापना की जा रही है। सभी प्रखंडों में ट्रूनैट मशीन अधिष्ठापित किया जाना है। कोरोना संकट की समाप्ति के बाद ट्रूनैट मशीन की सहायता से टीबी संक्रमितों की जांच किए जाने से टीबी संक्रमितों की पहचान में तेजी आएगी - डा. संजय जायसवाल, सिविल सर्जन , हजारीबाग


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