भगवान भरोसे जिले के मवेशी, नहीं हुआ टीकाकरण
मासूम अहमद हजारीबाग एक ओर वैश्विक महामारी यानी कोरोना संक्रमण का में देश दुनिया के
मासूम अहमद, हजारीबाग : एक ओर वैश्विक महामारी यानी कोरोना संक्रमण का में देश दुनिया के लोग कोविड 19 के संक्रमण से हलकान हैं तो दूसरी ओर प्रमंडलीय मुख्यालय हजारीबाग के लाखों मवेशी बरसात के मौसम में भगवान भरोसे हैं। दरअसल चालू वित्तीय वर्ष में राज्य में मवेशियों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू नहीं होने के कारण ऐसा हुआ है। कोरोना संक्रमण के कारण केंद्र सरकार द्वारा अब तक मवेशियों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू नहीं हो पाई है। इससे बरसात के मौसम में मवेशियों में रोगों के संक्रमण की आशंका बढ़ गई है। बरसात के शुरू होते ही एंथ्रेक्स, गलाघोटू, लंगडी बुखार, स्वाइन फीवर, एफएमडी समेत कई बीमारियों का टीका पशुओं को लगाना आवश्यक हो जाता है ताकि इन बीमारियों से पशुओं को बचाया जा सके। ऐसा नहीं होने से कोरोना संक्रमण काल में इससे जिले के पशुपालक संक्रमण की आशंका से हलकान हो रहे हैं। यह तो गनीमत है कि अब तक संक्रमण के मामले सामने नहीं आए हैं। जहां तक
टीकाकरण अभियान की बात है तो गत वर्ष बकरियों में पीपीआर और गौवंशीय पशुओं के लिए एफएमडी अभियान वृहत रूप से चलाया गया था। प्रखंडों में शिविर लगा कर टीकाकरण किया गया था। इस दौरान मवेशियों में टैग लगाकर इंट्री की गई थी।
-------------- वैक्सिन नहीं होने से पिगरी फार्म संचालक चितित
संसू, बड़कागांव : प्रखंड में पिगरी फार्म संचालकों को सूकरों में लगाने के लिए स्वाइन फीवर की वैक्सीन निजी एवं सरकारी तौर पर कहीं भी उपलब्ध नहीं होने से काफी चिता हो गई है। प्रखंड के चंदौल-भगवान बागी में नकुल मेहता, खरांटी में हेमंत भुईयां, सांढ में गुलाब भुइयां समेत दर्जनों डेयरी व पिगरी फार्म संचालित किए जा रहे हैं। फॉर्म संचालक नकुल महतो ने कहा कि अभी तक स्वाइन फीवर वैक्सीन की व्यवस्था नहीं की गई है। इससे हम सभी किसानों को डर सता रहा है। ज्ञात हो कि स्वाइन फीवर बीमारी बरसात के मौसम में ही सूकरों को होता है और सरकार के द्वारा अभी तक इसकी वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई गई है। किसान नकुल महतो कहते है कि हमारे फार्म में 180 से 200 सूकर है और वैक्सिन की व्यवस्था नहीं है इसलिए मुझे डर सता रहा है कि कहीं स्वाइन फीवर बीमारी ना आ जाए नहीं तो हम फॉर्म संचालक व किसान बर्बाद हो जाएंगे। इस संबंध में बड़कागांव पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर जियाउल हक ने बताया कि स्वाइन फीवर की वैक्सीन इस वर्ष पूरे जिले में उपलब्ध नहीं है। यह भी बताया की सूकरो के वजन के अनुकूल इंडोफ्लाक्सासिन का टीका काफी लाभप्रद है जो बड़कागांव प्रखंड पशु चिकित्सा मुख्यालय में उपलब्ध है। ------------------
- मैंने कुछ दिन पहले ही प्रभार ग्रहण किया है। वैसे जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के कारण फिलहाल टीकाकरण इस वित्तीय वर्ष में अभियान शुरू नहीं किया गया है। वैसे फिलहाल कही से संक्रमण की सूचना नहीं है। फिर भी पशुपालक स्थानीय सरकारी पशु चिकित्सकों से सलाह लेते रहें। टीकाकरण के संबंध में जैसे ही निर्देश प्राप्त होगा अभियान शुरू कर दिया जाएगा।
- डॉ. न्यूटन तिर्की, जिला पशुपालन पदाधिकारी।