चौपारण के बारा से 82 पेटी नकली विदेशी शराब बरामद
संवाद सहयोगी हजारीबाग अवैध शराब के कारोबार के लिए कुख्यात चौपारण में विशेष शाखा क
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : अवैध शराब के कारोबार के लिए कुख्यात चौपारण में विशेष शाखा की सूचना पर पुलिस और उत्पाद विभाग ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर शराब की एक बड़ी खेप पकड़ी है। छापेमारी चौपारण के बारा में हुई। यहां एक मुर्गी फार्म से 82 पेटी नकली विदेशी शराब बरामद की गई है। सहायक आयुक्त उत्पाद ने इस बाबत जानकारी दी। बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी में शराब बरामद की गई। शराब के दो तस्करों के नाम सामने आए है। इनमें शराब कारोबारी सोनू दबगर तथा मंटू सिंह है। दोनों चौपारण के बारा गांव निवासी हैं। बताया कि इस बाबत उत्पाद विभाग में प्राथमिकी दर्ज करने की कवायद की जा रही है। छापेमारी दल का नेतृत्व मोबाइल दारोगा उत्पाद जितेंद्र कुमार सिंह ने की। ज्ञात हो कि चौपारण में बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी की जा रही है। उत्पाद विभाग की यह कार्यवाही करीब दो माह बाद चौपारण में पुलिस के सहयोग से हुआ। इससे पूर्व 27 दिसंबर को चौपारण पुलिस ने करमा रोड से पांच हजार लीटर नकली स्प्रिट पकड़ी थी। शुक्रवार को यह छापेमारी विशेष शाखा की सूचना पर हुई। बताया जाता है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर विदेशी शराब के नाम पर नकली शराब का कारोबार हो रहा है। परंतु उत्पाद विभाग छोटे-मोटे महुआ शराब कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाकर लीपा पोती करती रही है। जानकारों का माने तो चौपारण के भगहर, परसातरी क्षेत्र के माध्यम से बिहार शराब की खेप पहुंचाई जा रही है। छापेमारी दल में पुलिस विभाग के नंद किशोर सिंह के अलावा जवान अनूप कुमार सिंह, मुकेश कुमार तुफान, संजय प्रजापति, साधु चरण हेंब्रम, चंद्रशेखर यादव, अनुज सिंह, बहादुर उंराव, कमल कुमार सहित अन्य शामिल थे।
---------------------- पोल्ट्री फार्म में दाना खा रही थी मुर्गियां, नीचे छिपा रखा था शराब की पेटी
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : चौपारण के बारा में मुर्गी पोल्ट्री फार्म से बरामद छह लाख रुपए की 82 पेटी शराब को खोज पाना इतना आसान नहीं था। तस्करों ने शराब की पेटियों को तीन से चार फिट नीचे गड्ढे कर इस तरह छिपा रखा था दिखाई देना तो दूर की बात है उसकी पहचान करना भी मुश्किल था। परंतु पुख्ता सूचना पर पहुंची चौपारण और उत्पाद विभाग की टीम ने संभावित स्थान पर लोहे के संबल से मारकर पेटी की जांच की। दरअसल तस्कर मुर्गी पोल्ट्री फार्म में गड्ढा कर शराब की पेटी छिपा दी थी। इसके बाद उसके उपर तिरपाल डाल कर उस पर मुर्गी के खाने के दाने, उसका मल मूत्र डालने के बाद कुछ मुर्गियां डाल दी थी। इसके कारण किसी को भी इस बात का जरा सा भी भनक नहीं लग सकता था कि जहां मुर्गियां दाना खा रही है, वहां शराब की बड़ी खेप रखी है।
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तस्कर सोनू पर पूर्व में भी दर्ज है मामले, मंटू के तलाशे जा रहे रिकार्ड
उत्पाद विभाग में शराब तस्कर सोनू दबगर पर पूर्व में भी शराब तस्करी के मामले दर्ज है। परंतु चार्जशीट दाखिल करने के बाद उत्पाद विभाग भूल गई। इससे उसका मनोबल बढ़ता हीं चला गया। वहीं दूसरी ओर उत्पाद विभाग मंटू सिंह का भी रिकार्ड तलाश रही है। जानकारी के मुताबिक इनके साथ छह लोगों की टीम काम करती है। इनमें पिटू यादव, संजय यादव, एक पूर्व होमगार्ड का जवान प्रमुख रुप से शामिल है। सूत्रों के अनुसार होमगार्ड पूर्व में उत्पाद विभाग में हीं सेवा दे रहा था। अब वह इस धंधे में पूर्ण रूप से उतर चुका है।