लॉकडाउन को लेकर प्रशासन सख्त, दिखा असर
हजारीबाग लॉकडाउन को हलके में ले रहे लोगों पर दूसरे दिन प्रशासन को सख्ती करनी कर
हजारीबाग: लॉकडाउन को हलके में ले रहे लोगों पर दूसरे दिन प्रशासन को सख्ती करनी करनी पड़ी। पान की दुकान खोलने पर एफआइआर हुआ तो बेवजह शहर घूमने निकले लोगों को फटकार लगी। मंगलवार को दिन के 11 बजे से
विभिन्न सड़कों पर पुलिसिया सख्ती का नजारा देखने को मिला। जिला परिषद चौक , खिरगांव चौक, ग्वाल टोली चौक, पेलावल, मेन रोड व अन्य स्थानों पर एसडीएम मेघा भारद्वाज, परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार, एसडीपीओ कमल किशोर, सदर थाना प्रभारी नीरज कुमार सहित अन्य की अगुवाई में सड़को पर बेखबर घूम रहे लोगों की जमकर खबर ली गई। सख्ती की खबरें वायरल होते हीं पान खाने और घूमने निकले लोग घरों में दूबक गए। सोशल मीडिया पर भी पुलिसिया सख्ती की तस्वीर वायरल हो गई। फिर देखते हीं देखते सड़कें सुनी हो गई।
ज्ञात हो कि धारा 144 और लॉकडाउन के तहत सभी को घरों में रहने की अपील जारी की गई है। सोमवार को इसका असर नहीं दिखाई दिया था। मंगलवार सुबह दस बजे तक भी सड़कों पर मस्ती चलती रही। इसके बाद जो हुआ, लोग कोरोना की भयावहता पुलिसिया लाठी को देखते हीं समझने लगे और लोग घरों के अंदर सिमट गए।
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दूध, राशन, दवाखाना हीं रहेगा सुचारु
एसडीएम ने लॉकडाउन के बीच एक बार फिर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि है कि इस दौरान आकस्मिक सेवा में आने वाले दूध, दवाखाना, राशन व सब्जी दुकान हीं खुली रहेगी। बताया कि एक से अधिक लोग भी इस व्यवस्था के निमित नहीं निकलेंगे। विपरित कार्य करने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी और जेल भेजने की बात भी कहीं गई।
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सक्रिय रही लोहसिग्ना, सदर, कोर्रा और बड़ा बाजार पुलिस
घरों से बाहर लोग न निकले और निकले तो उसके कारण जानकर सहायता की जाए। अगर बेकारण निकले तो उसकी खबर लेने के निदेश के बाद मंगलवार संध्या से लोहसिग्ना पुलिस, सदर पुलिस, कोर्रा, बड़ा बाजार के अलावा सीसीआर गश्ती दल सक्रिय रही। सूचना के मुताबिक रात में भी कई लोगों को पुलिसिया सख्ती का सामना करना पड़ा।