आइसेक्ट विश्वविद्यालय की पुस्तक यात्रा आज से
हजारीबाग रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वकला एवं संस्कृति केन्द्र के तहत आईसेक्ट विश्वविद्यालय हजार
हजारीबाग : रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वकला एवं संस्कृति केन्द्र के तहत आईसेक्ट विश्वविद्यालय हजारीबाग तथा वनमाली सृजन पीठ की पहल पर हजारीबाग से शुरू हो रही पुस्तक यात्रा छोटे शहरों-़कस्बों-गांवों से गु•ारती पुस्तक संस्कृति से जुड़ने का आह्वान करेगी। यात्रा का शुभारंभ 7 सितंबर को मटवारी चौक स्थित आईसेक्ट विश्वविद्यालय में मशहूर फिल्म निदेशक व अभिनेता तिग्मांशु धुलिया करेंगे। यह विराट गतिविधि ''किताबें करती हैं बातें'' शीर्षक के आसपास पुस्तक, पाठकों और लेखकों को जोड़ने की उत्सवी पहल होगी । ज्ञात हो कि इस दौरान (8 सितंबर) को साक्षरता दिवस है। इस रचनात्मक अभियान में विज्ञान-प्रसार तथा नेशनल बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली का सहयोग प्राप्त हो रहा है। यह बातें आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मुनीष गोविद ने स्थानीय श्रीविनायक होटल सभागार में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि वृहद स्तर पर संयोजित हो रही इस यात्रा के परिप्रेक्ष्य में 9वीं से 12वीं तक के इंटर स्कूल स्तर पर अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए रचित कविता, कहानी तथा चित्रकला स्पर्धाएँ भी शामिल की गई हैं। विजेता प्रतिभागियों को यात्रा के शुभारंभ अवसर पर 7 सितंबर को तथा 20 सितंबर से 22 सितंबर तक चलने वाले समारोह में विशेष रुप से आमंत्रित किया जायेगा। पुस्तक यात्रा के दौरान दान-दाताओं से पुस्तक संग्रहण का कार्य भी किया जायेगा। संग्रहित पुस्तकें •ारूरतमंद शिक्षण संस्था को भेंट की जाएगी। यात्रा-वाहन में उपलब्ध पुस्तकें विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगी, जिन्हें पुस्तक प्रेमी विशेष रियायती दरों में खरीद सकेंगे। विभिन्न शैक्षणिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक संस्थानों की साझेदारी में यह सामूहिक अभियान एक नई सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक बनेगा। पुस्तक यात्रा हजारीबाग से प्रारंभ होकर झुमरा, विष्णुगढ़, सरिया, राजधनवार, भंडारो, गिरिडीह, बरही, ईटखोरी, चतरा, कटकमसांडी, ईचाक जैसे स्थानों में भ्रमण करती पुन: हजारीबाग लौटेगी। वनमाली सृजन पीठ की भोपाल इकाई से आएश्री विक्रांत भट्ट के अनुसार पुस्तक यात्राओं को लोक व्यापी बनाने के लिए कई बहुआयामी कार्यक्रम होंगे। इस दौरान ज्ञान-विज्ञान तथा अन्य उपयोगी साहित्यिक-किताबों, पोस्टरों आदि से सुसज्जित एक वाहन होगा, जो पुस्तक प्रेमियों के साथ रैली की शक्ल में विभिन्न गाँव-कस्बों से गुजरता निर्धारित स्थानों पर ठहरेगा। स्थानीय और अन्य प्रतिष्ठित अतिथि लेखकों का रचना पाठ तथा विद्यार्थियों के बीच प्रश्नोत्तरी (क्विज) के रोचक आयोजन भी होंगे।इस दौरान इन स्कूलों में प्रतिभा खोज कार्यक्रम भी आयोजित किया। भोपाल से आए सुदीप सोहनी ने बताया कि पुस्तक यात्रा के समापन अवसर पर 20, 21 और 22 सितंबर की शाम ़खासतौर पर युवाओं के लिए गीत-संगीत और नाटक की सौगात लेकर आएगी। स्थानीय नगर भवन (टाउन हाल) में संस्कृति के मु़ख्तलिफ रंगों से गुल•ार 'युवा उत्सव' की पहली शाम 6 बजे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नाट्य निदेशक देवेन्द्रराज अंकुर, दिल्ली के निदेशक में कथाकार संतोष चौबे की कहानी गरीब नवाज का मंचन होगा। 2