टावर लाइन मजदूर के पुत्र नरेश ने किया नाम रौशन
टाटीझरिया हर एक पिता का सपना होता है कि उसका बेटा पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड
टाटीझरिया : हर एक पिता का सपना होता है कि उसका बेटा पढ़, लिखकर अपने पैरों पर खड़ा हो जाए और खूब नाम कमाए। भले ही पिता को इसके लिए दिन-रात एक क्यों न करना पड़े। ऐसे ही टावर लाइन में मजदूरी कर रहे पिता ने अपनी मेहनत की पाई-पाई जोड़ कर अपने बेटे को टॉपर बनाया है। प्रखंड के अपग्रेडेड हाई स्कूल धरमपुर का छात्र नरेश हांसदा ने मैट्रिक परीक्षा में 87.6 प्रतिशत अंक लाकर स्कूल टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया है। जरूवाडीह आदिवासी टोला निवासी फागु हांसदा के बेटे ने टाटीझरिया प्रखंड में अपने समुदाय के बीच मैट्रिक में अभी तक का सबसे अधिक अंक लाकर इतिहास बनाया है। उसने बताया कि वह इंटर में विज्ञान विषय लेकर पढ़ना चाहता है। वह पढ़ लिखकर शिक्षक बनना चाहता है। नरेश हांसदा दो भाई और दो बहन है। शिक्षा से दूर-दूर तक वास्ता ना रखने वाले सैकड़ों आदिवासी परिवारों में से नरेश ने अपनी मेहनत और लगन से गणित में 98, विज्ञान में 86, समाज विज्ञान में 86, संस्कृत में 86, हिदी में 82 और अंग्रेजी में 68 अंक प्राप्त किया है। जरूवाडीह आदिवासी टोला या अन्य आदिवासी टोलों में प्राथमिक स्कूल खुले जरूर हैं जहां पर इन परिवारों के बच्चे प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करते हैं और उसके बाद स्कूल छोड़ देते हैं। ऐसे में नरेश हांसदा अपना निरंतरता बनाए रखा। उन्होंने इस सफलता के लिए अपने मेहनत और शिक्षक मुकेश कुमार साव, विद्यालय के प्राचार्य राजकुमार सिन्हा, सुंदर यादव व अन्य का सहयोग बताया। पिता फागु हांसदा और माता करमी देवी का कहना है कि उनकी जिदगी तो मजदूरी करते-करते गुजर गई। उन्हें समझ में आ गया था कि अशिक्षा अभिशाप है इसलिए अपने बच्चों को पढ़ा रहा हूं।