पुल पर बिखरे खून को पुलिस ने किया जब्त, होगी डीएनए जांच
हजारीबाग : अज्ञात दरिदों के हाथों अपनी जान गंवाने वाला प्रिस दिन के 12 बजे मां साथ खाना खाकर खेलने न
हजारीबाग : अज्ञात दरिदों के हाथों अपनी जान गंवाने वाला प्रिस दिन के 12 बजे मां साथ खाना खाकर खेलने निकला था, मां ने लू होने की बात कह घर से जाने को मना किया था, लेकिन वह गया पर लौट कर नहीं आ सका। प्रिस अपनी मां के साथ पिछले आठ सालों से मामा के घर मिस्त्री टोला में रह रहा था। यहां उसके साथ छोटा भाई भी रहता था। पिता पटना के पुनपुन स्थित सीसवा चक निवासी हैं और वहीं पर रहकर अपना जीविकोपार्जन कर रहे है। कक्षा सात में पढ़ाई करने वाले प्रिस की हत्या के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। प्रिस की हत्या के बाद गुरुवार को गांव में एक भी बच्चा बाहर नहीं दिखाई दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस बिखरे खून को जमा कर फांरेसिक जांच के लिए रांची भेजने की तैयारी कर रही है। बात-बात पर बेटे को याद कर बेहोश हो जा रही मां की जुबां से कोई शब्द फुट नहीं पा रहा था। वहीं छोटा भाई को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि उसके भाई के साथ क्या हुआ है।
तीन बजे नहीं लौंटा घर, परेशान परिजन ने शुरू की खोजबीन
प्रिस खाना खाकर बाहर निकला था। मां ने लू की बात कह जाने से मना किया, लेकिन वह नहीं माना और चुपके से चला गया। दिन के तीन बजे तक जब प्रिस नहीं लौटा तो मां उसकी खोजबीन में आसपास के बच्चों से पूछताछ की। लेकिन किसी ने उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इसके बाद करीब पांच बजे वह अपने भाई को बताई और मिलकर पता करना शुरू कर दिया। शाम ढलने के साथ ही परिवार की चिता बढ़ने लगी। रात करीब दस बजे खोजने के दौरान रेलवे पुल पर खून के छिटे दिखाई दिए। परिजनों ने किसी अनहोनी की कल्पना करते हुए नीचे टार्च मारकर देखा तो एक बच्चे का शव दिखाई दिया। जब पास जाकर देखा तो लोगों के मुंह से चीख निकल गई। शव प्रिस का था और चार टुकड़े हो चुके थे। देखते ही देखते दर्जनों लोग रेलवे ट्रैक पर जमा हो गए। सूचना पर पदमा पुलिस भी मौके पर पहुंची।
पहले गला काटा फिर दुर्घटना बनाने के लिए पटरी पर फेंक दिया शव
अपराधियों ने बड़े ही निर्दयी रूप से प्रिस की हत्या की। आशंका जताया जा रहा है कि दिन में उसका अपहरण करने के बाद रेलवे पुल पर रात के अंधेरे में उसका गला रेत हत्या कर दी। पुल पर चारों तरफ बिखरे खून इसकी भयावहता बता रही थी। हत्या के बाद उसे सीधे पटरी पर नीचे फेंक अपराधी आराम से निकल गए। पटरी पर फेंकने के दौरान पुल की रेंलिग पर भी खून के दाग पड़ गए। शव सीधे पटरी पर गया और उसके चार टुकड़े हो गए।
पैर और हाथ हो चुके थे दो टुकड़े: अपराधियों की योजना बच्चे को दुर्घटना करार देने की थी। लेकिन पटरी पर फेंकने के बाद रेल से उसके हाथ और पैर कट गए। सिर और शरीर बच गया। बाद में जांच पड़ताल में उसकी गर्दन कटी होने की बात सामने आई। पुलिस अज्ञात पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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