प्रवासी मजदूरों को सूखा भोजन व पानी से मिल रहा है राहत
जागरण संवाददातागुमला तपती हुई धूप में ट्रकों पर बैठ कर अपने घर जा रहे मजदूर भूख-प्यासजागरण संवाददातागुमला तपती हुई धूप में ट्रकों पर बैठ कर अपने घर जा रहे मजदूर भूख-प्यास जागरण संवाददातागुमला तपती हुई धूप में ट्रकों पर बैठ कर अपने घर जा रहे मजदूर भूख-प्यास जागरण संवाददातागुमला तपती हुई धूप में ट्रकों पर बैठ कर अपने घर जा रहे मजदूर भूख-प्यास।
जागरण संवाददाता,गुमला : तपती हुई धूप में ट्रकों पर बैठ कर अपने घर जा रहे मजदूर भूख-प्यास से बेचैन नजर आए। मजदूरों का समूह रांची की ओर जा रहा था। सिसई रोड में उन मजदूरों को ले जाने वाला ट्रक रूका था। ट्रक में प्रवासी मजदूर सवार थे। मजदूरों को देखते ही सिसई रोड में चल रहे एनएच राहत शिविर में बैठे लोगों ने सूखा भोजन दिया। पानी के बोतल दिए। यह शिविर जिला भाजपा के द्वारा चलाया जा रहा है। जिला भाजपा अध्यक्ष सविन्द्र कुमार सिंह, नगर भाजपा अध्यक्ष संजय कुमार साहु, सुधीर कुमार सोनी, शंभु सिंह, अशोक सिंह, अशोक गोप, यशवंत कुमार सिंह, रवि सिंह, लक्ष्मण सिंह, अमलेश सिंह आदि ने उन मजदूरों को चूड़ा गुड़ और पानी के बोतल उपलब्ध कराए। चूड़ा गुड़ खाकर और पानी पीकर मजदूरों को सुकून मिला। मजदूरों ने बताया कि वे लोग काफी दूर से आ रहें हैं। रास्ते में भोजन नहीं मिला। जिला भाजपा अध्यक्ष और नगर भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद लागू लॉकडाउन से बेरोजगार मजदूर ट्रकों पर सवार होकर अपने-अपने घर जा रहे हैं। उनके साथ-साथ महिला और बच्चे भी रहते हैं। ऐसे मजदूरों की प्रशासन सुधि नहीं लेता। मजदूर भी सरकारी शिविर में नहीं जाते। इस कारण से ऐसे मजदूर सरकारी सहायता और सुविधा से वंचित रह जाते हैं। इसलिए यह राहत शिविर चलाया जा रहा है। मानवता इंसानियत को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय सेवा भाव से मजदूरों की मदद की जा रही है। यही सच्चा राष्ट्र धर्म है। सिसई रोड में जब भी मजदूरों का जत्था पहुंचता है तो स्थानीय दुकानदार भी कुछ न कुछ लेकर निकल जाते हैं और मजदूरों को मदद करते हैं। रायडीह में इसी तरह का सहायता शिविर विनय कुमार लाल के नेतृत्व में संचालित हो रहा है। उधर किदिरकेला के युवाओं ने भी ट्रकों और बसों में सवार होकर घर लौट रहे मजदूरों को सूखा भोजन उपलब्ध कराया। बंगाल बिहार की ओर जा रहे मजदूरों को रोक कर युवकों ने पानी बिस्किट केला चूड़ा गुड़ आदि सामान उपलब्ध कराया। सामान पाकर मजदूरों में थोड़ा संतोष का भाव झलका।