दिल्ली में बेची गई किशोरी भाग कर लौटी गुमला
मानव तस्करों द्वारा दिल्ली में बेची गई गुमला की एक नाबालिग किशोरी ने दिल्ली से भागकर अपना घर लौट गई और गुरुवार को गुमला थाना में लिखित शिकायत कर मानव तस्करों द्वारा उसे दिल्ली में बेच दिए जाने की बात का खुलासा कया है। दर्ज शिकायत में नाबालिग किशोरी ने कहा है कि पिछले
संवाद सूत्र,गुमला : मानव तस्करों द्वारा दिल्ली में बेची गई गुमला की एक नाबालिग किशोरी ने दिल्ली से भागकर अपना घर लौट गई और गुरुवार को गुमला थाना में लिखित शिकायत कर मानव तस्करों द्वारा उसे दिल्ली में बेच दिए जाने की बात का खुलासा किया है। दर्ज शिकायत में नाबालिग किशोरी ने कहा है कि पिछले माह वह लाहटोंगरी मेला घुमने आयी थी। मेला में उसकी मुलाकात कुल्ही गांव के विनय महली और रंजीत उरांव से हुई। मेला में वे लोग उसे मिठाई खिलाया और मेहमान चलने के लिए जोर देने लगा। वह मेहमान जाने से इंकार करने लगी तो उसे अच्छी रकम पर काम दिलाने का भी वादा किया। काम के नाम पर वह तैयार हो गई तो विनय और रंजीत ने अपने दो साथी को फोन कर बुलाया। मेलाटांड़ के समीप से ही बस पकड़कर सभी लोग चंदवा रेलवे स्टेशन पहुंच गए। वहां शंकर गोप और संजय उरांव ने विनय महली को कुछ पैसा दिया और वे लोग वापस लौट गए। विनय और रंजीत उसे दिल्ली ले गए और एक कोठी पर छोड़ दिया। कोठी के मालिक ने मुझे झाडू-पोंछा का काम कराने लगा। तभी उसे लगा कि वे लोग मुझे यहां बेच दिया है। लगभग तीन माह काम करने के बाद किसी तरह से वहां से भाग निकली और ऑटो से स्टेशन पहुंची। ट्रेन पकड़कर रांची आ गई। रांची से अपना घर पहुंची। मैंने अपने परिजनों को अपनी आपबीती बतायी और न्याय के लिए गुमला थाना में पहुंची हूं।