मैं हूं रायडीह का जलमीनार, तीस वर्षों से हूं प्यासा
फोटो 20जीएमएल-1112131415 संजय कुमार सिंह रायडीह मैं हूं रायडीह का जलमीनार
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संजय कुमार सिंह,
रायडीह : मैं हूं रायडीह का जलमीनार, मैं तीस वर्षों से प्यासा हूं। मेरा निर्माण तीस वर्ष पहले हुआ था। मैं बहुत खुश था कि मैं रायडीह मुख्यालय में रहने वाले करीब आठ हजार लोगों की प्यास बुझाउंगा। लेकिन एक वर्ष में ही मेरे सारे सपने चकनाचूर हो गए। मुझे विभाग के लोगों ने इस काबिल भी नहीं छोड़ा कि मैं खुद ही अपनी प्यास बुझा पाऊं। गर्मी, सर्दी , बरसात न जाने कितने मौसम देखते ही देखते गुजर गए लेकिन एक भी ऐसा फरिश्ता नहीं आया जो मेरी प्यास बुझा सके। खैर नब्बे के दशक में पीएचडीई विभाग द्वारा रायडीह से दो किलोमीटर दूर मिलमिली नदी से भूमिगत जल लाकर अस्पताल के सामने बने जल मीनार तक पहुंचाया। फिर उसे साफ करके पतरा टोली,ब्लॉक कॉलोनी,थाना और भलमडा में उपभोक्ताओं के घरों में जलापूर्ति होती थी। करीब एक वर्ष तक यह व्यवस्था कायम रही और फिर मोटर जल गया। एक बार मोटर की मरम्मत करकाई गई तो फिर उसकी चोरी हो गई। पांच साल पहले मिलमिली नदी में विद्युत विभाग द्वारा नया ट्रांसफार्मर लगाकर पुन: जलमीनार को शुरू करने का प्रयास किया गया। लेकिन वह भी प्रयोग असफल ही रहा। रायडीह में राष्ट्रीय पार्टी के नेता, जिला सांसद प्रतिनिधि और सम्पूर्ण गुमला विधानसभा के प्रतिनिधि बने लेकिन समस्या बरकरार है।किसी ने कोई सार्थक प्रयास नहीं किया। जनप्रतिनिधियों ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। जबकि जिला के सभी प्रखंडों में जलापूर्ति सेवा बहाल है। रायडीह में बहने वाली वाली शंख नहीं व मिलमिली नदी पूरी तरह से सूक चूकी है। ग्रामीण कुआं व डीप बोरिग के पानी पर निर्भर रह गए है। ---- तीस वर्षों से जलमीनार से पानी की सप्लाई बंद है लेकिन विभाग के साथ साथ जनप्रतिनिधियों ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। -राजेंद्र प्रसाद साहू --- गर्मी के दस्तक से ही पानी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। जल स्तर नीचे जाने से बोरिग में अधिक खर्च करना पड़ रहा है। - विवेक कुमार लाल -------
गर्मी से शंख नहीं व मिलमिली नदी दोने ही सूख चुकी है। ऐसे में इंसान के साथ साथ मवेशियों के भी पानी के लिए परेशानी हो रही है। -प्रकाश साहू -- सरकार को गर्मी के दिनों में पानी की व्यवस्था करानी चाहिए। जलमीनार से अगर पानी की सप्लाई शुरू हो जाती तो सरकार को राजस्व की प्राप्त तो होती है ग्रामीणों के घर तक पानी भी पहुंच जाता। -बबलू खान