Gumla: ईट भट्ठा मालिक ने अमानवीयता की हदों को किया पार, रातभर शव के साथ सड़क किनारे बैठी रही मजदूर की पत्नी
मजदूरी के पलायन करने वाले मजदूरों को किन दुस्वारियों का सामना करना पड़ता है वह सभी जानते हैं। पलायन करने वाले इन मजदूरों में ईंटभट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों की जिंदगी के साथ कैसा सुलूक किया जाता है इसकी बानगी मंगलवार सुबह सिसई रोशनपुर में देखने को मिली।
संवाद सहयोगी,गुमला: मजदूरी के पलायन करने वाले मजदूरों को किन दुस्वारियों का सामना करना पड़ता है, वह सभी जानते हैं। पलायन करने वाले इन मजदूरों में ईंटभट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों की जिंदगी के साथ कैसा सुलूक किया जाता है, इसकी बानगी मंगलवार सुबह सिसई रोशनपुर में देखने को मिली।
गुमला-रांची रोड के किनारे फेंका था शव
मंगलवार को बिहार के ईंटभट्ठा पर काम करने वाले बसिया के टेंगरा बंधाईटोली निवासी मोहन लोहरा का शव गुमला-रांची रोड के किनारे फेंका हुआ था। मोहन लोहरा की सोमवार को ईंट भट्ठे पर करंट लगने से मौत हो गई थी। मौत के बाद उसकी पत्नी अपने पति के शव को एंबुलेंस से अपने गांव बंधाईटोला ला रही थी।
आधे रास्ते में शव को नीचे उतार भाग गया एंबुलेंस ड्राइवर
शव आधे रास्ते ही पहुंचा था कि एंबुलेंस ड्राइवर ने शव को नीचे उतारकर भाग निकला। महिला का घर यहां से 45 किलोमीटर दूर था। मोबाइल नहीं होने के कारण महिला किसी से संपर्क भी नहीं कर पाई।
असहाय मृतक मोहन की पत्नी अपने छोटे से बच्चे के साथ शव के पास बैठी थी। घटनाक्रम के बारे में पूछने पर बताया कि यह उसके पति का शव है। उसने जो कहानी बताई, वह मानवता को शर्मसार करने वाली थी।
ईंट भट्ठा मालिक ने पीड़िता को मजदूरी तक नहीं दी
महिला ने बताया कि ईंट भट्ठा मालिक ने उसकी मजदूरी तक उसे नहीं दी। एंबुलेंस से शव भेजे जाने की सूचना मिलने पर मृतक के बेटा रामदेव लोहरा और नाती अनुराग लोहरा सोमवार शाम से ही उन लोगों को इंतजार कर रहे थे लेकिन उन्हें कोई सूचना नहीं मिली।
लोगों की मदद से घर पहुंचा शव
काफी देर बाद भी जब शव घर नहीं पहुंचा तो मृतक के स्वजनों ने खोजबीन शुरू की। सुबह पता चला कि मृतक की लाश के साथ उसका परिवार रात भर सड़क किनारे पड़ा हुआ था। तब जाकर वहां से आसपास के लोगों की मदद से शव को गांव ले जाया गया।
ईंट भट्ठा पर तीन महिलाओं की पहले भी जा चुकी है जान
सिसई में यह घटना आग की तरह फैल गई। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना से लोग आक्रोशित हो गए। कुछ दिनों पहले ही सिसई के लाकेया गांव की 3 महिलाओं की भी मौत ईंट भट्टे पर मौत हो गई थी।
इस संबंध में पूछने पर एसडीपीओ मनीष कुमार लाल ने बताया कि उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं है लेकिन यदि ऐसी कोई घटना हुई है तो निश्चित रुप से संज्ञान लिया जाएगा।
श्रम अधीक्षक बोले- पीड़िता को दिलाएंंगे मजदूरी
इधर श्रम अधीक्षक पुनीत मिंज ने कहा कि मजदूरो के साथ हुए इस अमानवीय मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला दूसरे राज्य का है। पीड़ित के आवेदन पर आगे की कार्रवाई कर उसकी मजदूरी दिलाई जाएगी।