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एकता की सूत्र में बांधती है आदिवासियों की सांस्कृतिक धाराएं

जेएनएन गुमला आदिवासी छात्र संघ द्वारा विश्व आदिवासी दिवस पर चट्टी गांव में पौधरोपण किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Aug 2020 09:26 PM (IST)Updated: Sun, 09 Aug 2020 09:26 PM (IST)
एकता की सूत्र में बांधती है आदिवासियों की सांस्कृतिक धाराएं

जेएनएन, गुमला : आदिवासी छात्र संघ द्वारा विश्व आदिवासी दिवस पर चट्टी गांव में पौधरोपण किया गया। संयोजक अनूप टोप्पो ने कहा कि 1982 में आदिवासियों के हक, अधिकार, सुरक्षा और संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विश्व आदिवासी दिवस की शुरुआत की गई थी। संविधान में अजजा की जगह केवल आदिवासी शब्द का ही प्रयोग होना चाहिए। आदिवासियों की संस्कृति और अस्तित्व को बचाने के लिए लोगों को एकजुट होने की जरुरत है। मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष रंजीत उरांव, अशोक कुमार भगत, बदल उरांव, कुलदीप , भानू उरांव, गोंडे उरांव, सोनू आदि मौजूद थे। स्थानीय जागरुक मंच और सरना समिति फसिया द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कैथोलिक सभा के सेत कुमार एक्का ने विश्व आदिवासी दिवस पर लोगों से एकजुट होने का आह्वान किया। आदिवासियों की सांस्कृतिक धाराएं एकता के सूत्र में बांधती है। नृत्य, गान हमारी पहचान है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपनी विरासत को बचाए रखें। भाजयुमो अध्यक्ष मिशिर कुजूर ने कहा कि आदिवासियों के विकास के लिए आदिवासियों के बीच जाकर उन्हें समझना होगा। केवल बधाईयों से आदिवासी का विकास नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि साधन संपन्न आदिवासी गांव से जुड़े रहे। गांवों में हमारी संस्कृति बसती है और संस्कृति में आदिवासियत। आदिवासियों के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों को कराने वाले, पहान, पुजार, बैगा,कोटवार आदि को सम्मानित करने की जरुरत है।

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झारखंड नवनिर्माण दल के संयोजक विजय सिंह ने कहा कि आदिवासियों के हक और अधिकार के लिए सरकार मुखर हो। रायडीह में स्थानीय जागरुक मंच द्वारा पौधरोपण किया गया। इस मौके पर खोरस केरकेट्टा, महेश केरकेट्टा, मुखिया अनुप फ्रांसिस कुजूर, मनोज एक्का आदि मौजूद थे। घाघरा प्रखंड में शिवकुमार भगत के नेतृत्व में पौधरोपण कर विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। डुमरी में महिलाओं द्वारा दीप जलाकर आदिवासी दिवस मनाया। भरनो के करंज गांव के स्कूल के समीप विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन किया गया। मुखिया इंद्रो देवी ने लोगों को संबोधित किया।

एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कार्तिक उरांव के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आदिवासी संस्कृति की रक्षा का संकल्प लिया। परिषद की राष्ट्रीय मंत्री विनीता कुमारी ने कहा कि आदिवासी अपनी संस्कृति, रीति रिवाज के कारण जाने जाते हैं। उन्होंने आदिवासियों के नेता स्व. कार्तिक उरांव के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। मौके पर देवेंद्र लाल उरांव, परिक्षित भगत, अनिल साहु, प्रकाश कुमार कुशवाहा आदि मौजूद थे। जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा शहर के दुंदुरिया स्थित उरांव क्लब में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन किया गया। मौके पर चुमनु उरांव, रोहित उरांव, सुनील उरांव , गरबु उरांव आदि मौजूद थे। गुमला जिला सरना समिति एवं ज्योति संगम संस्थान के बैनर तले संस्था के सचिव माधुरी मिज की अध्यक्षता में उनके आवास पर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। पहली से पांचवी कक्षा तक मातृ भाषा में शिक्षा देने पर बल दिया गया। इस अवसर पर सोनू मिज, फुलमनी उरांव , पुष्पा उरांव, ललित उरांव, भदेया उरांव, सुकरा उरांव, देवराम भगत, दिगंबर उरांव, मुकेश भगत आदि उपस्थित थे।


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