अफवाह उड़ाने वाले को चिह्नित करने व सुरक्षा देने की मांग
गुमला अंजुमन इस्लामियां के सदर मो.इरसाद और सचिव मो.खुर्शीद ने शुक्रवार को उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि गुमला के गैर मुस्लिम गांवों में मुस्लिमों द्वारा कोरोना वायरस फैलाए जाने की अफवाह फैलाकर एक षडयंत्र के तहत साम्प्रदायिक माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
संवाद सूत्र, गुमला : गुमला अंजुमन इस्लामियां के सदर मो.इरसाद और सचिव मो.खुर्शीद ने शुक्रवार को उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि गुमला के गैर मुस्लिम गांवों में मुस्लिमों द्वारा कोरोना वायरस फैलाए जाने की अफवाह फैलाकर एक षडयंत्र के तहत साम्प्रदायिक माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। अंजुमन के सदर और सचिव ने इस तरह के अफवाह उड़ाने वाले को चिह्नित कर कार्रवाई करने की मांग की है। ज्ञापन में सचिव और सदर ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के इस वैश्विक महामारी में गुमला के मुस्लिम समुदाय के लोग लॉकडाउन का पूर्ण रूप से अनुपालन कर रहे हैं। इस जिला के कुछ गांवों में पिछले चार पांच दिनों से आदिवासी और हिन्दू समुदाय द्वारा यह अफवाह फैलाया जा रहा है कि मुस्लिम समाज के लोग तब्लीगी जमात मरकज लौट कर गैर मुस्लिम गांवों के कुआं में कोरोना वायरस डाल जाने का अफवाह फैलाया गया है जिससे लोग मुस्लिम समुदाय के लोगों को नफरत की नजर से देख रहे हैं। यह स्थिति गुमला के अम्बवा, सिसई, मुरगू, अरमई, टोटो, फोरी, कोटाम आदि गांव देखा जा रहा है। आदिवासी हिन्दू समुदाय के लोग लॉकडाउन का उलंघ्घन कर मुस्लिम गांवों के समीप इकट्ठा होकर नारेबाजी कर रहे हैं। इससे मुस्लिम समाज अपने को असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहे हैं। उपायुक्त शशिरंजन से अंजुमन के पदाधिकारियों ने षड्यंत्रकारियों की पहचान कर आमजनों के समक्ष खुलासा करने तथा मुस्लिम समुदाय के ग्रामीण क्षेत्रों में जान माल की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाने की मांग की है।