भगवान महावीर के विचारों को करें आत्मसात
संवाद सूत्रगुमला सरस्वती शिशु विद्या मंदिर गुमला में बुधवार को भगवान महावीर की जयंती मनायी गई। प्रभारी प्रधानाचार्य राजबल्लभ शर्मा और मुख्य वक्ता भोला नाथ दास ने भगवान महावीर के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित किया। स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए भोलानाथ दास ने कहा कि ढाई हजार वर्ष पहले की बात है जब भारतवर्ष में हर तरफ अमन सुख और शांति का वातावरण था। किसी प्रकार का सांप्रदायिक तनाव नहीं था और ना किस प्रकार की परिस्थितियों का निर्माण हो रहा था। उस समय भगवान महावीर ने राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर बल दिया। उन्होंने वनस्पति की रक्षा क
गुमला : सरस्वती शिशु विद्या मंदिर गुमला में बुधवार को भगवान महावीर की जयंती मनाई गई। प्रभारी प्रधानाचार्य राजबल्लभ शर्मा और मुख्य वक्ता भोला नाथ दास ने भगवान महावीर के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित किया। स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए भोलानाथ दास ने कहा कि ढाई हजार वर्ष पहले की बात है जब भारतवर्ष में हर तरफ अमन सुख और शांति का वातावरण था। किसी प्रकार का सांप्रदायिक तनाव नहीं था और ना किस प्रकार की परिस्थितियों का निर्माण हो रहा था। उस समय भगवान महावीर ने राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर बल दिया। उन्होंने वनस्पति की रक्षा करने का और उनके संवर्धन के लिए प्रजा को उत्साहित किया। राजमहल के सुख और चैन को छोड़कर राष्ट्र धर्म संस्कृति के लिए उन्होंने पहाड़ के कंदराओं और घने जंगलों का निवास स्वीकार किया। देश की वर्तमान स्थिति में भारत वासियों को भगवान महावीर के जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है। उनके जीवनी को अध्ययन कर उनके बताए मार्ग पर चलना ही भगवान महावीर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मौके पर छात्र-छात्राओं ने मनभावन गीत और नृत्य प्रस्तुत किए। इस अवसर पर विद्यालय के आचार्य अजीत कुमार झा, रविद्र साहू, शांतनु सिंह, स्वपन कुमार राय, विमला महापात्र, अर्चना मिश्रा, साक्षी कुमारी, रुचि कुमारी, ज्योति कुमारी, गणेश साहू, रमेश महतो, कमल पांडेय, देवनंदन साहू रविद्र साहू आदि उपस्थित थे। प्रभारी प्रधानाचार्य राजबल्लभ शर्मा ने भी भगवान महावीर के जीवन पर आधारित कुछ घटनाओं की जानकारी दी और उनके विचारों को आत्मसात करने का अनुरोध किया।