गुमला में प्रशिक्षु दारोगा ने थाने में फांसी लगाकर की आत्महत्या
suicide in Gumla. झारखंड के गुमला में प्रशिक्षु दारोगा ने थाने में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
गुमला। गुमला थाना में पदस्थापित प्रशिक्षु अवर निरीक्षक अनिल सिंह मुंडा (32) ने रविवार की शाम में थाना भवन के उपरी तल्ले के बैरक में फांसी लगाकर जान दे दी। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार, अनिल सिंह मुंडा अपने कमरे में गए और छत की हुक से गमछा के सहारे फांसी लगा ली। जिस समय यह घटना घटी, उस समय गुमला थाना में बड़ी संख्या में अधिकारी व जवान कार्यरत थे। एक जवान ऊपर गया था। जिसने अनिल सिंह मुंडा को फांसी के फंदे से लटकते देखा। उसने नीचे आकर पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को इस बात की जानकारी दी। आनन- फानन में पुलिस कर्मियों ने उन्हें फंदे से उतारा और सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सदर अस्पताल में पुलिस पदाधिकारियों की भीड़ लग गई। एसडीपीओ नागेश्वर प्रसाद सिंह सहित कई पुलिस कर्मी वहां पहुंचे। एसडीपीओ ने कहा कि मामले की जांच के बाद ही हकीकत सामने आएगी कि आत्महत्या करने के वास्तविक कारण क्या है।
आरक्षी से बने थे दारोगा
अनिल सिंह मुंडा सिल्ली थाना क्षेत्र के बनता गांव के रहने वाले थे। उनकी शादी हो गई थी। उनके घर में मां बाप के अलावे पत्नी व डेढ़ साल की बच्ची है। अनिल सिंह मुंडा तेज तर्रार युवक थे। पहले उनकी बहाली आरक्षी के पद पर हुई थी। लेकिन उनमें आगे बढ़ने का जज्बा था। उन्होंने अवर निरीक्षक के पद के लिए परीक्षा भी लिखी थी, जिसमें उन्हें सफलता मिली थी। फिलहाल, सदर थाना में प्रशिक्षु अवर निरीक्षक के पद पर उनका पदस्थापन हुआ था। आत्महत्या के वास्तविक कारण का खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन आत्महत्या का कारण मानसिक प्रताड़ना व परेशानी बताया जा रहा है। परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है।