शहर में बढ़ा अपराध, घट रही पुलिस की साख
पराध की बढ़ती हुई घटनाओं से गुमला पुलिस की साख में गिरावट आई है। पुलिस को अपनी साख बचाने की गंभीर चुनौती अपराधियों द्वारा पेश की जाने लगी है।
गुमला: अपराध की बढ़ती हुई घटनाओं से गुमला पुलिस की साख में गिरावट आई है। पुलिस को अपनी साख बचाने की गंभीर चुनौती अपराधियों द्वारा पेश की जाने लगी है। अपनी उपलब्धियों से पीठ थपथपाने वाली पुलिस और उसके कप्तान के सामने अपराधियों को खोज निकालने और सजा दिलाने के लिए कुछ करने की जरुरत आ पड़ी है। मंगलवार के दोपहर बाद जुआ के चल रहे अवैध अड्डा पर मो. सद्दाम हुसैन (32) की हत्या से व्याप्त दहशत के बादल अभी छट भी नहीं पाए थे कि लोहददगा रोड में फुल का व्यवसाय कर जीवन यापन करने वाले देवशंकर मालाकार का अपहरण कर हत्या किए जाने के मामले सामने आने से गुमला शहर के लोग सकते में आ गए हैं। देवशंकर हंसमुख इंसान था। लोहरदगा रोड में गोपाल मंदिर के सामने एक गुमटी में फुल और माला बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। नए पुलिस कप्तान से खूंटी की भांति अपराध और उग्रवाद नियंत्रण होने की लोगों ने उम्मीद लगाई थी। लेकिन सद्दाम और देवशंकर मामलाकार की 24 घंटे के भीतर हुई हत्या की घटना से लोगों में दहशत है। परिजनों ने बुधवार की सुबह में ही गुमला थाना में जाकर फुल व्यवसाय देवशंकर के रहस्यमय तरीके से गायब होने और मोबाइल के स्वीच आफ मिलने की शिकायत की थी। पुलिस से देवशंकर को खोज निकालने का अनुरोध किया गया था। लेकिन दिन भर देवशंकर को खोजने के लिए पुलिस नहीं निकली। प्रयास भी नहीं किया। पुलिस का वाहन तब निकला जब उसे सूचना मिली की फुलवारटोली गांव में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है मोटरसाइकिल पड़ी हुई है। हत्या की खबर मिलते ही लायंस क्लब के पीछे बसे अमृत नगर में कोहराम मच गया। परिजनों ने दबी जुबां से बताया कि दो साल पहले देवशंकर से किसी ने रंगदारी की मांग की थी। मामला को जैसे तैसे निपटाया गया था। लेकिन पुलिस ने उस समय भी कोई पहल नहीं की थी। परिजनों को आशंका है कि लेवी मांगने वालों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। वैसे पुलिस विभिन्न कोणाों से हत्या व अपहरण के इस मामले की जांच कर रही है।
सात तहखाने से खोज निकालेंगे हत्यारे को: एसपी
गुमला के एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा हत्या की घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मारे गए देवशंकर मालाकार को किसी ने फोन कर बुलाया था। उसके बाद से वह गायब हो गया था। उसकी हत्या हो गई है। इसे स्वीकारने में कोई गुरेज नहीं है। परिजनों ने किसी पर अब तक हत्या करने की आशंका व्यक्त नहीं की है। पुलिस अपने स्तर से इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने इस घटना को चुनौती के रुप में लिया है और सात तह के भीतर भी हत्यारे छिपे होंगे तो उन्हें हर हाल में खोज निकाला जाएगा। जल्द ही हम पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का विश्वास दिलाते हैं।