स्टॉल में प्राचीन परंपरा को समृद्ध करने की हुई है कोशिश
दीपावली के स्टाल में प्राचीन परंपरा को समृद्ध करने की हुई है कोशिश
गुमला : दीपावली दीपों का त्योहार है और दीपावली में मिट्टी की दिए करंज तेल से जला कर घर आंगन को जगमग करने की पुरानी परंपरा रही है। जिला कुम्हार संघ द्वारा दीपावली पर्व को लेकर लगाए गए स्टॉल इसी प्राचीन परंपरा को समृद्ध करने की कोशिश है। स्वदेशी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला कुम्हार संघ गुमला द्वारा रविवार को पुराना नगर पंचायत परिसर में लगाए गए स्टॉल का उद्घाटन करते हुए नगर परिषद के अध्यक्ष दीपनारायण उरांव ने उक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि हमारी प्राचीन परंपरा पर आधुनिकता का अतिक्रमण हुआ है। यही कारण है कि मिट्टी के दिये के साथ घरों को सप्तरंगी रोशनी का भी प्रयोग करते हैं। उन्होंने अपने देश की मिट्टी के महत्व को समझने और स्थानीय कारीगरों को स्वालंबी बनने की राह पर मिट्टी के दिए एवं अन्य सामाग्रियों के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित किया। जिला कुम्हार संघ के अध्यक्ष राजीव रंजन महतो ने नगर अध्यक्ष का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि संघ के स्वदेशी जागरण मंच के माध्यम से यह स्टाल लगाया गया है जिसमें स्थानीय कुम्हार कारीगरों द्वारा गणेश लक्ष्मी की मूíत, खिलौना और दीया का उत्पादन किया गया है। बाजार में एकरूपता लाने तथा स्वदेशी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह पहल किया गया है। इस अवसर पर उदित राय महतो, देवकुमार प्रजापति, लालकेश्वर प्रजापति, सियाराम प्रजापति, प्रमोद कुमार, राजेन्द्र पांडेय, राम नरेश पंडित, शंभु प्रजापति, संतोष कुमार, शकुंनतला देवी दीपक विश्वकम्रा, राजनील तिग्ग आदि उपस्थित थे।