जोहर योजना से लोगों के आय वृद्धि करना कार्यक्रम का उद्देश्य
गुमला : विकास भवन के सभागार में उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में जोहार योजना के तहत जिलास्त
गुमला : विकास भवन के सभागार में उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में जोहार योजना के तहत जिलास्तरीय परामर्श समिति की बैठक हुई। बैठक में मुर्गी पालन, सुकर पालन, बत्तक पालन, मत्स्य पालन, ¨सचाई से संबंधित कार्ययोजना, चेक डैम एवं कृषि के उन्नत तकनीकों के बारे में चर्चा की गई। बैठक में उपायुक्त ने बताया जोहार परियोजना के तहत चयनित ग्रामीण परिवारों की कृषि एवं गैर कृषि आजीविका संबंधी गतिविधियों की उत्पादों में विविधता एवं उत्पादकता बढ़ाते हुए इन उत्पादों के लिए उपलब्ध बेहतर बाजार व्यवस्था द्वारा उनके जीवन स्तर में सकारात्मक परिवर्तन लाने का उद्देश्य है। जोहार योजना में अगले 6 वर्षाें की अवधि में लगभग 02 लाख परिवारों को आजीविका के एक या अधिक साधनों से जोड़ते हुए उनके आय में वृद्धि करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्नत कृषि, पशुपालन, मत्स्यपालन एवं लघु वनोपज आधारित उत्पादों में गुणत्मक वृद्धि की जाएगी। उन्नत कृषि को बढ़ावा देने हेतु तकनीकी एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए ¨सचाई के साधन उपलब्ध कराना, ग्रामीण परिवारों के उत्पादों को बाजार आधारित उच्च मूल्य मुहैया कराने हेतु विभिन्न उत्पादों के संगठनों का गठन एवं क्षमतावर्द्धन किया जाएगा। इन उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु परियोजना प्रस्ताव में कौशल विकास एवं वित्त पोषण समावेशन के समुचित प्रावधान किये जाएंगे। उन्होंने बैठक में सोलर बेस्ड पम्पसेट को बढ़ावा देने को कहा। जेरेडा से पम्पसेट उपलब्धता शत प्रतिशत अनुदान पर नहीं दिया जाता है। किसान उत्पादन समूह को योगदान देना होगा। कहाँ की परियोजना है वहाँ के लाभुकों की सूची भेजने को कहा। जगह का चयन कर देखे कहाँ पानी की सुलभता है, श्री रंजन ने सतही जल स्त्रोतों को प्राथमिकता देने को कहा। कृषि को व्यापार मॉडल पर कार्य करना है। साथ ही इस दौरान सुकर पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन से संबंधित योजनाओं का लाभुकों एवं उत्पादकों से फीडबैक भी लिया जाना है। उपायुक्त ने कहा लोगों की आय बढ़ाना योजना का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने उच्च स्तरीय कृषि पद्धति को अपनाते हुए दलहन, तिलहन, फल-फुल, सब्जी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई। बैठक में उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे।