पोषण की जानकारी देकर किशोरियों को जागरुक बनाने की जरुरत
किशोरियों को स्वास्थ्य व पोषण संबंधी जानकारी देकर जागरुक बनाने की जरुरत है।
संवाद सहयोगी,गुमला: किशोरियों को स्वास्थ व पोषण संबंधी जानकारी देकर जागरुक बनाने की जरुरत है। जागरुकता से ही किशोरियों का विकास हो सकता है। उक्त बातें जिला परिषद अध्यक्ष किरण माला बाड़ा ने कही। वे शनिवार को नगर भवन में आयोजित दसरा इंडिया व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि किशोरियों पर हो रहे उत्पीड़न व शोषण को रोकने के लिए लोगों को आगे आने की जरुरत है। आज किशोरियों कई तरह की समस्या से जूझ रही हैं। बाल विवाह, अशिक्षा, यौन शोषण, कम उम्र मे गर्भधारण जैसे समस्याओं से निजात दिलाने की जरुरत है। सेंटर फोर कैटालइजिग चेंज के स्टेट हेड संजय पाल ने कहा कि अब मेरी बारी अभियान के तहत सोशल आडिट, पत्र लेखन और सामुदायिक बैठकों के माध्यम से झारखंड के कई किशोरों के पास अपनी सिफारिश और दैनिक चुनौतियों को प्रभावी ढंग से सुनाने के लिए एक मंच है। दसरा इंडिया के प्रतिनिधि गुरप्रिया सिंह ने कहा कि युवतियों को कई तरह की समस्या से गुजरना पड़ता है। इन समस्या के समाधान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अब मेरी बारी कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। कहा कि महिलाओं को शिक्षण कार्य में आगे बढ़ाने की जरुरत है। क्योंकि छोटे उम्र में बालिकाओं का विवाह कर दिए जाने से उनका मानसिक व शारीरिक विकास अवरुद्ध होता है। मौके पर फातिमा दीवान, रिचा कुमारी, अक्ष्य, सोनू कुमार, मुकेशर कुमार, माया मिश्रा, मकेश वर्मा, बैजनाथ गुप्ता, लल्लन प्रसाद साहु आदि मौजूद थे।