आठ करोड़ 61 लाख की राशि का नहीं हुआ समायोजन
सर्व शिक्षा अभियान से शिक्षा को गांव-गांव घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से विद्यालय भवन बनाने के चलाए गए अभियान के तहत अब भी आठ करोड़ 61 लाख 29 हजार 737 रुपये का कोई उपयोग अभिप्रमाणित नहीं हो पाया है। सर्व शिक्षा अभियान से विद्यालय भवनों को चमकाने और शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए भवन निर्माण का काम कराया गया था। विद्यालय भवनों के निर्माण के लिए ग्राम शिक्षा समिति और संवेदकों को बतौर अग्रिम राशि दिए गए थे। हिसाब किताब करने पर यह पाया गया कि साढ़े आठ करोड़ से अधिक की राशि के भवन बने ही नहीं हैं। सर्व शिक्षा अभियान अब समर्ग्र शिक्षा अभियान में तब्दील हो गया है।
गुमला : सर्व शिक्षा अभियान से शिक्षा को गांव-गांव घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से विद्यालय भवन बनाने के चलाए गए अभियान के तहत अब भी आठ करोड़ 61 लाख 29 हजार 737 रुपये का कोई उपयोग अभिप्रमाणित नहीं हो पाया है। सर्व शिक्षा अभियान से विद्यालय भवनों को चमकाने और शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए भवन निर्माण का काम कराया गया था। विद्यालय भवनों के निर्माण के लिए ग्राम शिक्षा समिति और संवेदकों को बतौर अग्रिम राशि दिए गए थे। हिसाब किताब करने पर यह पाया गया कि साढ़े आठ करोड़ से अधिक की राशि के भवन बने ही नहीं हैं। सर्व शिक्षा अभियान अब समर्ग्र शिक्षा अभियान में तब्दील हो गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेन्द्र पांडेय जिला कार्यक्रम पदाधिकारी बनाए गए हैं। जिला शिक्षा अधीक्षक जयगो¨वद ¨सह उनके कार्यों में सहयोगी भी भूमिका निभा रहे हैं। इन दोनों पदाधिकारियों ने असमायोजित राशि का लेखा जोखा लेना आरंभ कर दिया है। जिसके बाद इतनी बड़ी राशि के असमायोजित होने की बात सामने आयी है। बहुत से विद्यालय भवन अधूरे छूट गए हैं। पूर्व के पदाधिकारियों ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया था। रायडीह प्रखंड के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय भी अब तक अपने मूल भवन में संचालित नहीं हो रहा है। जब जिला शिक्षा अधीक्षक ने जांच पड़ताल आरंभ की तो पाया कि मूल संवेदक ने भवन निर्माण का काम पेटी पर दे रखा है। काफी दबाव डालने के बाद प्रशासनिक भवन बनकर तैयार हो गया है। लेकिन छात्रावास अभी पूर्ण नहीं हुआ है। दोनों पदाधिकारियों ने अधूरे भवनों को पूरा कराने का अभियान आरंभ कर दिया है।