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खुलेंगे पंडालों के पट आज, मां दुर्गे देंगी दर्शन

संवाद सूत्रगुमला षष्ठयादि कल्पारंभ और वेलवरण के साथ सोमवार को शक्ति की देवी मां दुर्गा की

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 06:27 PM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 06:27 PM (IST)
खुलेंगे पंडालों के पट आज, मां दुर्गे देंगी दर्शन
खुलेंगे पंडालों के पट आज, मां दुर्गे देंगी दर्शन

संवाद सूत्र,गुमला : षष्ठयादि कल्पारंभ और वेलवरण के साथ सोमवार को शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा आरंभ हो गई। गुमला शहरी क्षेत्र में लगभग एक दर्जन एवं पूरे जिला में एक सौ से अधिक स्थानों में मां दुर्गा की सामूहिक पूजा होती है। सभी पूजा स्थलों में वैदिक मंत्रोच्चरण के साथ पूजा आरंभ हो गया। षष्टयादि कल्पारंभ के साथ ही पुरोहितों ने यजमान को पांच दिवसीय दुर्गा पूजा का संकल्प कराया। यजमानों ने पुरोहितों को अंग वस्त्र देकर मां दुर्गा की विधिवत पूजा का अनुरोध किया। अपराह्न में शंख, घंट, ढोल और नगाड़ों के बीच श्री दुर्गा जी का बोधन अधिवास और आमंत्रण की विधि की गई।

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छठे स्वरूप मां कात्ययनी की हुई पूजा व आरती

गुमला : शारदीय नवरात्र के छठे दिन सोमवार को दुर्गा सप्तशति के पाठ कर रहे भक्तों ने मां कात्यायनी की आस्था और विश्वास के साथ पूजा की तथा अरती उतारी। दुर्गा सप्तशति का पाठ किया। मां कात्यायनी ब्रज मंडल की अधिष्ठात्री देवी है। भगवान श्री कृष्ण को पत रूप में पाने के लिए व्रज की गोपियों ने यमुना तट पर मां कात्यायनी की पूजा की थी। मां कात्यायन अमोघ फलदायिनी है। शाम में मां कात्यायनी की आरती हुई। जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु भाग लिए। आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया।

फूलों की बगिया में रंगीन रोशनी से सजा माता का दरबार

गुमला : गुमला में माता का दरबार फूलों की बगिया के बीच रंगीन रोशनी जगमग कर रही हे। पूजा स्थल दूधिया प्रकाश से नहा रहा है। रंगीन रोशनी से बने तोरण द्वार लोगों को आकर्षित कर रहा है। बज रहे भक्ति गीत से पूरा गुमला भक्तिमय हो गया है। गुमला के करौंदी और पालकोट के दशभुजी मंदिर में मां दुर्गा की पूजा शाही अंदाज में होता है जबकि और श्री बड़ा दुर्गा मंदिर और बंगाली क्लब में पारंपरिक तरीके से मां की पूजा होती है। कोरोना गाइडालाइन का अनुपालन के कारण पंडाल की भव्यता और सजावट में भले कमी दिख रही है लेकिन लोगों में उमंग और उत्साह का संचार हो रहा है।


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