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निर्माण के पांच वर्ष बाद भी बेकार पड़ी जलमीनार

फोटो 4 5 संवाद सहयोगी पोडै़याहाट पोडै़याहाट प्रखंड के पिडराहाट हटिया टोला में जल मीनार बने 5 साल हो गए लेकिन आज तक इस जल मीनार से जल की आपूर्ति नहीं की गई है । ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से कई बार इसको लेकर मांग भी की। आखिर क्या कारण है कि जल मीनार बनकर तैयार हो गई और इससे पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है । ग्रामीणों ने बताया कि 2014 में ही जल मीनार बनकर तैयार हुई है । बताया कि गत वर्ष आंधी में इसका सोलर पैनल गिर गया था जिसके बाद से ठेकेदार ने आज तक आकर ना तो सोलर पैनल लगाया है

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 06:11 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 06:11 PM (IST)
निर्माण के पांच वर्ष बाद भी बेकार पड़ी जलमीनार
निर्माण के पांच वर्ष बाद भी बेकार पड़ी जलमीनार

पोडै़याहाट : पोडै़याहाट प्रखंड के पिडराहाट हटिया टोला में जल मीनार बने 5 साल हो गए लेकिन आज तक इस जल मीनार से जल की आपूर्ति नहीं की गई है । ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से कई बार इसको लेकर मांग भी की। आखिर क्या कारण है कि जल मीनार बनकर तैयार हो गई और इससे पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है । ग्रामीणों ने बताया कि 2014 में ही जल मीनार बनकर तैयार हुई है।

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बताया कि गत वर्ष आंधी में इसका सोलर पैनल गिर गया था जिसके बाद से ठेकेदार ने आज तक आकर ना तो सोलर पैनल लगाया है और न ही इसकी सुध ली है। जबकि बोरिग वगैरह भी खराब है। ग्रामीणों ने कहा कि आखिर लाखों रुपया सरकार ने खर्च किसके लिए किया है । सिर्फ ठेकेदारी के लिए या आम जनता के लिए। ग्रामीणों ने बताया कि कहीं ठेकेदार और पदाधिकारी की मिलीभगत से पैसा निकाल लिया गया ।इधर ग्रामीणों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ग्रामीणों ने बताया कि 2 चापाकल है दोनों ही खराब पड़ा हुआ है। टोला आदिवासी बहुल टोला के लोग ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं यही कारण है कि इस इलाके में काम करने वाले ठेकेदार सरकारी योजनाओं में चुना लगा कर चले जाते हैं।

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जलमीनार का मसला हर बैठक में उठाया गया लेकिन सरकार इसको लेकर गंभीर नहीं है। आज तक इसकी जांच करके रिपोर्ट भी नहीं दी गई। ग्रामीणों को इस जल मीनार से कोई लाभ नहीं मिल रहा है। इससे जल की आपूर्ति भी नहीं की जाती है। लाखों खर्च के बाद भी ग्रामीण लाभुक को लाभ नहीं मिला है।

- देवाशीष यादव, मुखिया, पिडराहाट।


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