कमजोर पड़ा मानसून, सूखने लगी फसल
संस गोड्डा जिला में एक पखवाड़ा से वर्षा नहीं हो रही है जिसके कारण अब जलग्रहण क्षेत्र में पा
संस, गोड्डा : जिला में एक पखवाड़ा से वर्षा नहीं हो रही है जिसके कारण अब जलग्रहण क्षेत्र में पानी कम पड़ने लगा है। पानी की कमी से अब धान के खेत सूखने लगे हैं। कयास लगाया जा रहा था कि अगस्त में मानसून सामान्य रहेगा, लेकिन अगस्त में सामान्य से कम वर्षा रिकार्ड की गई। शुरूआती सितंबर से ही वर्षा की कमी बनी हुई है। इधर वर्षा नहीं होने से किसानों की चिता बढ़ने लगी है अगले सप्ताह में अगर अच्छी वर्षा नहीं हुई तो समस्या और गंभीर हो जाएगी। अपलैंड भूमि के खेत कई जगह फट रहे है जबकि लो लैंड भूमि पर लगे फसल बेहतर हालात में है।
वही दूसरी ओर वर्षा न होने से अब नदी, चेकडैम, तालाब में पानी कम होने लगा है। 15 दिन पूर्व तक जो हरना वीयर पानी से लबालब था, वह अब सूख चुका है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अगस्त में भी कम वर्षा हुई थी जबकि सितंबर माह में अबतक मात्र 12 मिमी ही वर्ष रिकार्ड की गई है। विभाग के मुताबिक उपरी इलाकों लगे फसल में पानी की कमी हो रही है। अगस्त माह मानसून के लिए अंतिम माह होता है इसी माह के बाद मानसून की वापसी हो जाती है। अगर इस माह अच्छी वर्षा नहीं हुई तो धान की फसल को तो नुकसान होगा इसका आगे भी असर होगा व खेतों में नमी की कमी होगी।
कृषि वैज्ञानिक राकेश रंजन सिंह ने कहा कि फिलहाल एक पानी की जरूरत है फसल हो यहां से अगर अच्छी वर्षा हो गई तो फसल का बेहतर उत्पादन होगा। कमी रही तो फसल प्रभावित होगी हालांकि अभी समय है। वही मौसम विभाग के मुताबिक जून से लेकर अबतक मानसून सीजन में सामान्य से लगभग 20 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। अगले तीन दिन के पूर्वानुमान में हल्का वर्षा की संभावना जताई गई है।