शौचालय निर्माण में अनियमितता को ग्रामीणों ने खोला मोर्चा
महागामा प्रखण्ड मुख्यालय स्थित ग्राम पंचायत परसा में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अधीनस्थ स्वास्थ्य उपकेंद्र परसा में तीन लाख रुपये की लागत से
संवाद सहयोगी, हनवारा : महागामा प्रखण्ड मुख्यालय स्थित ग्राम पंचायत परसा में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अधीनस्थ स्वास्थ्य उपकेंद्र परसा में तीन लाख रुपये की लागत से सामुदायिक शौचालय के निर्माण में घोर अनियमितता बरती जा रही है। चिमनी ईंट के बदले बंगला ईंट का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। साथ ही साथ निर्माण कार्य में पिलर भी नहीं दी गई है। सामुदायिक शौचालय का कार्य आधा से अधिक हो गया है। लेकिन निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदारों द्वारा सभी निर्देशों को ताक पर रखकर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने घटिया निर्माण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। साथ ही इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग जिला प्रशासन से की गई है।
जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य उपकेंद्र परसा परिसर में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत सामुदायिक शौचालय का निर्माण करीब तीन लाख रुपए की लागत से कराया जा रहा है। उक्त योजना में तीन मदों से प्राक्कलित राशि दी गई है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत 1,15,240 रुपये व राज्य मद से 76,828 रुपये, 15 वें वित्त आयोग से 82,315 रुपये एवं मनरेगा के तहत मजदूरों को 132 दिन के 194 रुपये के हिसाब से 25,608 रुपये का अंशदान प्राक्कलन में समाहित किया गया है। ऐसे में करीब तीन लाख रुपये की लागत से सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। प्राक्कलन में चार पिलर देने का प्राविधान है लेकिन ठीकेदार बिना पिलर के ही शौचालय का निर्माण कर रहे है। साथ ही चिमनी ईंट के बदले बंगला भट्टा ईंट का उपयोग किया जा रहा है। बंगला भट्टा ईंट में एक तिहाई कम खर्च आता है। इसमें पंचायत के जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी लोगों ने सवाल उठाए हैं। इस बावत महागामा बीडीओ ने कहा है कि ग्रामीणों की शिकायत पर योजना की जांच कर उसकी गुणवत्ता की पड़ताल की जाएगी।