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सुरनी में पत्थरबाजी के बाद निषेधाज्ञा लागू, एक दर्जन हिरासत में

मेहरमा महागामा अनुमंडल के मेहरमा थाना अन्तर्गत सुरनी गांव में रविवार की रात रामनवमी जुल

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 07:10 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 06:30 AM (IST)
सुरनी में पत्थरबाजी के बाद निषेधाज्ञा लागू, एक दर्जन हिरासत में

मेहरमा : महागामा अनुमंडल के मेहरमा थाना अन्तर्गत सुरनी गांव में रविवार की रात रामनवमी जुलूस पर हुए पथराव के बाद वहां दो समुदाय के बीच तनाव की स्थिति बन गई थी लेकिन जिला प्रशासन ने त्वरित पहल कर स्थिति को काबू में कर लिया। सुरनी गांव में अधिकारियों के साथ पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है वहीं एहतियात के तौर पर वहां धारा 144 लागू कर दी गई है। रविवार की देर रात वहां डीसी किरण कुमार पासी और एसपी शैलेंद्र बर्णवाल पहुंचे और स्थिति का जायजा लेकर अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया गया। गांव में साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति कम करने के लिए वहां किसी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर कड़ी नजर रखने के लिए चेकपोस्ट भी बना गया जहां पुलिस बलों की तैनाती की गई है। वहीं उपद्रवियों की पहचान के लिए दोनों समुदाय के गणमान्य लोगों से पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की अपील की गई है। पुलिस ने घटना के बाद दोनों समुदाय के कोई एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। घटना स्थल से भारी मात्रा में ईंट का टुकड़ा, तीर धनुष व अन्य हरवे हथियार बरामद किए गए हैं। देर रात ही डीसी व एसपी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती तीनों घायलों का हाल जाना। वहीं गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल गोड्डा भेज दिया गया है।

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घटना के संबंध में बताया जाता है कि सुरनी गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग जुलूस में डीजी पर भड़ाकाऊ गीत बजाने पर एक दिन पूर्व ही ग्राम प्रधान लाल बिहारी शाह के समक्ष अपना विरोध जताया था। कहा जा रहा है कि भड़काऊ गीत के खुन्नस में ही उपद्रवियों ने जुलूस के लौटने पर पथराव किया था।

घटना के दूसरे दिन सोमवार को भी गांव में सन्नाटा पसरा रहा। दोनों समुदाय के लोग किसी अनहोनी को लेकर अपने -अपने घरों में ही दुबके रहे। पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी रात और पूरे दिन गांव में गश्त किया गया। करीब दो दर्जन पुरुष व महिला पुलिस के जवान वहां तैनात हैं। कोई भी संदिग्ध व्यक्ति गांव में प्रवेश नहीं कर सके इसके लिए वहां गांव के बाहर चेक पोस्ट बनाया गया है, जहां दंडाधिकारी के रूप में कनीय अभियंता तारिक अजीज व सहायक अवर निरीक्षक बिशेश्वर चौधरी, हवलदार एपी सिंह आदि की तैनाती की गई है।

सोमवार की दोपहर बाद एसडीओ सुरजीत कुमार सिंह की अध्यक्षता में गांव में शांति समिति की बैठक हुई जिसमें शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर कई प्रकार के जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार चौधरी, बीडीओ सुरेन्द्र उरांव, पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, मेहरमा थाना प्रभारी ललित कुमार पांडे आदि ने ग्रामीणों से सौहार्द बनाने की अपील की। अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा वहीं निर्दोष को फंसने भी नहीं दिया जाएगा।पथराव की उक्त घटना में गांव के मणिकांत सिंह, श्रवण सिंह, लुटन सिंह आदि गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।


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