देश की आजादी में सुभाषचंद्र बोस का योगदान अहम
स्थानीय कांग्रेस कार्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह जिलाध्यक्ष दिनेश यादव सहित तमाम कार्यकर्ताओं ने नेताजी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये तथा उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। मौके पर विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का भारत की आजादी की लड़ाई में अहम योगदान रहा है।
गोड्डा : स्थानीय कांग्रेस कार्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नेताजी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये तथा उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। मौके पर विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का भारत की आजादी की लड़ाई में अहम योगदान रहा है। तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा के इस नारे ने फिरंगियों की नींद हराम कर दी थी। आज उन वीर सपूतों की बदौलत हम आजाद भारत में सांस ले रहे हैं। उनके बलिदान को हमें याद रखते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है तभी आजादी अक्षुण्ण रह सकेगी। मौके पर जिलाध्यक्ष दिनेश यादव, जगद्धात्री झा, राजीव मिश्रा, ज्योतिंद्र झा, प्रियव्रत झा, तापस घोषाल, सरोज सिंह समेत दर्जनों कांग्रेसजन व उपस्थित थे। इधर मवि गोड्डा बालक में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती प्रधानाध्यापक विजय कुमार मंडल की अध्यक्षता में मनाई गई।
शिक्षक डॉ. मौसम कुमार ठाकुर ने नेताजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महान लोग अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से जाने जाते हैं। अंग्रेजों द्वारा किए गए अत्याचारों व अन्याय के वे परम विरोधी थे। इन्होंने अपने दम पर ' आ•ाद हिंद फ़ौज' का निर्माण कर उसे अंग्रे•ाों के विरुद्ध खड़ा कर दिया था। इसके अलावा शिक्षक राजेंद्र कुमार झा, सेराजउद्दीन साहब, ईनामूल हक, मुनिता कुमारी, राजकुमारी, अमृता कुमारी , डाँ.कुमारी नूतन, कल्याणी मिश्रा,सना रजा ,शिखा कुमारी, रूबी कुमारी ,प्रिया कुमारी,रजनी झा ने भी प्रकाश डाला.
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ललमटिया : गुरुवार को स्थानीय सिदो कान्हू सरस्वती विद्या मंदिर ललमटिया में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनायी गयी। इस दौरान विद्यालय के वंदना सभा में नेताजी के तैलीय चित्र पर श्रद्धा के सुमन अर्पित किए गये। इस दौरान आचार्य अवध बिहारी ने कहा कि 23 जनवरी 1897 का दिन विश्व इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। इसी दिन स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक सुभाष चंद्र बोस का जन्म कटक के प्रसिद्ध वकील जानकीनाथ तथा प्रभावती देवी के घर हुआ था। उन्होंने देश और राष्ट्र के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया। उनके पिता ने अंग्रेजों के दमन चक्र के विरोध में राय बहादुर की उपाधि लौटा दिया। इससे सुभाष के मन में अंग्रेजों के प्रति कटुता ने घर कर लिया और सुभाष अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने व भारत को स्वतंत्र कराने का आत्म संकल्प ले लिया। आईसीएस की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद सुभाष ने आईसीएस पद से इस्तीफा भी दे दिया। यह देख उनके पिता ने उनका मनोबल बढ़ाते हुए कहा था जब तुम देश सेवा का व्रत ले लिया है तो कभी इस पथ से विचलित मत होना । कार्यक्रम में मौके पर चंद्रशेखर राणा साधीन मंडल, सुनील यादव, दिलीप मांझी राकेश किस्कू, रणबीर पांडे, कल्पना सिंह, रूबी कुमारी ,साधना तिवारी, सिगा किस्कू ब्रेन कुमार टुडू आदि उपस्थित थे।