कफन ओढ़कर धरना पर बैठ गए रैयत
पोड़ैयाहाट : अडाणी पावर प्लांट के लिए जबरदस्ती जमीन लेने के विरोध में रैयतों ने सोमवार क
पोड़ैयाहाट : अडाणी पावर प्लांट के लिए जबरदस्ती जमीन लेने के विरोध में रैयतों ने सोमवार को कफन सत्याग्रह किया। दर्जनों रैयत माली मौजा की जमाबंदी नंबर 42 -43 पर धरना पर बैठ गए। उन्होंने शरीर पर कफन जाल रखा था। ैयतों ने जान देंगे जमीन नहीं देंगे, अडाणी कंपनी वापस जाओ आदि नारे लगा रहे थे। इस अवसर पर माली गांव के मैनेजर हेम्ब्रम और लखन मंडल ने बताया कि यहां के रैयत लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण तरीके से अडाणी द्वारा जबरदस्ती जमीन लेने का विरोध कर रहे हैं। यह कफन सत्याग्रह सांकेतिक रूप से सरकार को चेतावनी देने का काम कर रहा है। सरकार ने इसके बाद भी रैयतों के हित में उचित कदम नहीं उठाया तो यह विरोध आगे भी जारी रहेगा। यह सांकेतिक कफन सच में भी कफ़न बन जाए तो भी यहां के रैयत पीछे नहीं हटेंगे। किसी भी कीमत पर अडाणी पावर प्लांट नहीं बनने देंगे। हमारे पुरखों ने कुर्बानी देकर इस जमीन को बचा कर रखा था ताकि उनके वंशज इस जमीन को जोत आबाद कर अपना भरण पोषण कर सकें। लेकिन यह सरकार अंग्रेजों से भी ज्यादा घातक निकली। धरना देने वालों में जय नारायण साह, सुशील हेंब्रम, सुबोध झा, सीताराम साह, राजीव रंजन, शंकर मांझी, बिटिया हेंब्रम आदि उपस्थित थे।