72 घंटे बाद तालाब से मिला सेराजुद्दीन अंसारी का शव
ललमटिया ललमटिया खदान के निकट केंदुआ तालाब में डूबे सेराजुद्दीन अंसारी का शव बुधवार की
ललमटिया : ललमटिया खदान के निकट केंदुआ तालाब में डूबे सेराजुद्दीन अंसारी का शव बुधवार की दोपहर बाद बरामद कर लिया गया। बता दें कि सेराजुद्दीन अंसारी की तलाश में बीते दो दिनों तक यहां एनडीआरएफ की टीम के द्वारा केंदुआ तालाब में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। बुधवार की सुबह 11 बजे के बाद एनडीआरएफ की टीम ललमटिया से लौट रही थी। इसके बाद ग्रामीणों ने सेराजुद्दीन अंसारी के शव को केंदुआ तालाब में तैरता हुआ देखा। तालाब में शव मिलने की सूचना चारों तरफ फैल गई। देखते ही देखते हजारों की तादात में ग्रामीण जुटे और सीआइएसफ के जवानों के प्रति ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया। ग्रामीणों के आक्रामक तेवर को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी केके सिंह,अनुमंडल पदाधिकारी जितेंद्र कुमार देव, इंस्पेक्टर कमलेश प्रसाद, सहित ललमटिया, महागामा और मेहरमा के थाना प्रभारी वहां पुलिस बल के साथ मुस्तैद थे। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेजने की तैयारी अभी शुरू ही की थी। मृतक के स्वजनों एवं ग्रामीणों के द्वारा आश्रितों को मुआवजा एवं निजी कंपनी में रोजगार देने की मांग पर अड़ गए। समाचार प्रेषित किए जाने तक प्रशासनिक अधिकारियों व प्रबंधन के साथ ग्रामीणों की वार्ता जारी थी।
विदित हो कि बीते सोमवार की अल सुबह राजमहल परियोजना के ओसीपी के सामने डहुआ गांव के युवक सेराजुद्दीन अंसारी अपने साथियों के साथ कोयला चुनने गए थे। कोयला चुनने के दौरान सीआइएसएफ की पीटीएल पार्टी के द्वारा खदेड़ने पर सभी लोग इधर-उधर भाग गए थे, लेकिन सेराजुद्दीन भागने के दौरान तालाब में कूद गया था। ग्रामीणों एवं मृतक की पत्नी मेहरून बीवी का आरोप है कि सीआइएसएफ के जवानों ने उनके पति को खदेड़ने के दौरान काफी मारपीट की थी। जान बचाने के लिए भागने के दौरान वह तालाब में कूद गया था, जिससे उसकी मौत हो गई।