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अमलो में तैयार होंगे फसलों के बीज

संवाद सहयोगी पोड़ैयाहाट गोड्डा जिला का पहला सीड प्रोसेसिग यूनिट अमलो पंचायत के गंगटा फि

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 05:47 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 05:47 PM (IST)
अमलो में तैयार होंगे फसलों के बीज
अमलो में तैयार होंगे फसलों के बीज

संवाद सहयोगी, पोड़ैयाहाट: गोड्डा जिला का पहला सीड प्रोसेसिग यूनिटअमलो पंचायत के गंगटा फसिया में बनकर तैयार हो गया है। सोमवार को उप विकास आयुक्त इसका निरीक्षण कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार गोड्डा जिला में तीन बीज प्रोसेसिग यूनिट की मंजूरी सांसद मद से हुई थी। जिसमें गंगटा फंसिया, नोनमाटी एवं महेशपुर गांव में इसे बनना है।

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झारखंड और बिहार के किसानों को मिलेगा लाभ : अमलो पंचायत के गंगटा फंसिया गांव में स्थापित यह बीज प्रोसेसिग प्लांट झारखंड और बिहार की सीमा पर स्थित है। जिस कारण इस पावर प्लांट से झारखंड के किसानों के अलावा बिहार के किसानों को भी काफी संख्या में लाभ पहुंचेगा। यह पूरा क्षेत्र किसान बहुल क्षेत्र है। इस क्षेत्र में सालों भर विभिन्न फसलों का उत्पादन होता है। धान के अतिरिक्त गेहूं, चना, सरसों आदि क्षेत्र का मुख्य फसल है। बिहार के बांका जिला के बौंसी और धोरैया प्रखंड के किसान भी इस बीज प्रोसेसिग प्लांट से लाभान्वित होंगे। बांका जिला के पंजवारा, सबलपुर, लखपुरा, नयागांव, बाराहाट, रणगांव, सादपुर, बेलडीहा सहित दर्जनों गांव का नाम शामिल है। वहीं गोड्डा जिला के गोड्डा एवं पोड़ैयाहाट प्रखंड के दर्जनों गांवों को इस प्रोसेसिग प्लांट सेल का लाभ मिलेगा। क्योंकि यह क्षेत्र खेती के मामले में काफी ऊर्जावान है। ऐसे में यहां प्लांट स्थापित होने से आसपास के किसान काफी खुश है। अब उन्हें उत्तम बीज के लिए कहीं और निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

मशीन लगाने के लिए हरियाणा से हरियाणा से पहुंचे तकनीकी विशेषज्ञ : बीज प्रोसेसिग प्लांट मशीन लगाने के लिए हरियाणा से तकनीकी विशेषज्ञों की टीम पहुंची है। जो यहां 12 दिन से लगातार मशीन को लगा रहे हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि मशीन व अन्य कार्य पूर्ण हो चुका है। इस संबंध में किसान क्लब के निदेशक शिव शंकर मंडल ने बताया कि यह योजना 2019-20 की है। 20 के अंत तक भवन बनकर तैयार हो गया था। लेकिन कोरोना को लेकर इसमें विलंब हो चुका है। पूरा मशीन पंजाब के अंबाला से आया है। इनका तकनीकी विशेषज्ञ हरियाणा से पहुंचा है। कोरोना को लेकर विशेषज्ञ की टीम नहीं पहुंच पाई थी। जिसको लेकर कुछ विलंब हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि शीघ्र ही इसका उद्घाटन हो जाएगा और यहां से किसानों और सरकार को बीज आपूर्ति की जा सकेगी।

डीडीसी के निरीक्षण के बाद तय होगी उद्घाटन की तिथि: निदेशक

इस संबंध में किसान क्लब के निदेशक शिव शंकर मंडल ने बताया कि इसमें धान, चना, मसूर, गेहूं, सरसों आदि के बीज को प्रोसेसिग कर तैयार किया जाएगा। इस यूनिट में एक घंटे में एक टन बीज तैयार करने की क्षमता है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उप विकास आयुक्त से बात हो चुकी है। वे संभवत: सोमवार को इसका निरीक्षण करेंगे। तत्पश्चात उद्घाटन की तिथि तय की जाएगी।


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