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पैर धोकर पीने पर ओबीसी समाज ने जताई आपत्ति

गोड्डा : स्थानीय सांसद डॉ. निशिकांत दुबे द्वारा पवन साह की उस तस्वीर को वायरल करने पर ओ

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 07:18 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 07:18 PM (IST)
पैर धोकर पीने पर ओबीसी समाज ने जताई आपत्ति
पैर धोकर पीने पर ओबीसी समाज ने जताई आपत्ति

गोड्डा : स्थानीय सांसद डॉ. निशिकांत दुबे द्वारा पवन साह की उस तस्वीर को वायरल करने पर ओबीसी समाज ने आपत्ति जताई है जिसमें वह पैर धोते दिख रहा है। ओबीसी समाज के लोगों का मानना है कि इससे समाज की छवि धूमिल हुई है। समाज में गलत संदेश गया है। शनिवार को होनेवाली समाज की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा होगी जिसके बाद आगे की रणनीति

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तय की जाएगी। वैसे कुछ लोगों का कहना है कि इस मामले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व मुख्यमंत्री रघुवर दास को अवगत कराया जाएगा। कहा कि समाज के इस तरह के अपमान का खामियाजा पार्टी को आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा। गौरतलब हो कि 16 सितंबर को कन्हवारा में पुल के शिलान्यास के मौके पर पवन कुमार साह नामक भाजपा कार्यकर्ता ने सांसद डॉ. निशिकांत दुबे का पैर धोकर उक्त पानी को पी लिया था। सांसद ने पैर धोते तस्वीर अपने फेसबुक पर डाली थी जिसके बाद पूरे देश में यह चर्चा का विषय बन गया था। अधिकतर लोगों ने इसकी ¨नदा की। अब यहां के ओबीसी समाज ने इसे अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। ओबीसी समाज से ही आनेवाले तथा भाजपा के पुराने कार्यकर्ता सुरेंद्र साह इस घटना से आहत हैं। वे कहते हैं कि नेता कार्यकर्ताओं को क्या समझते हैं यह इस घटना से पता चल गया है। वे कहते हैं कि इसका नुकसान आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव में पार्टी को उठाना पड़ेगा। वे कहते हैं कि शनिवार को होनेवाली समाज की बैठक में इस मुद्दे को रखा जाएगा जैसा निर्णय होगा आगे वैसा ही किया जाएगा। पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष चुनचुन यादव कहते हैं कि झारखंड में पैर धोने की परंपरा तो है लेकिन उस गंदे पानी को पीना गलत बात है। वे कहते हैं कि सांसद को पानी पीने से रोकना चाहिए था। कहा कि आगामी चुनाव में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। ओडिशा के पूर्व डीजीपी संजीव मरीक भी पैर धुलवाने को सही नहीं मानते हैं। वे कहते हैं कि इससे सांसद डॉ. निशिकांत दुबे की मनुवादी मानसिकता का पता चलता है। इस प्रकार की हरकत कोई सामान्य आदमी नहीं कर सकता है। सामाजिक कार्यकर्ता सह पत्रकार गिरिजाभूषण ठाकुर भी सांसद द्वारा पैर धुलवाने को गलत मानते हैं। वे कहते हैं कि यह सभ्य समाज के चेहरे पर एक बदनुमा दाग है। पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के प्रदेश सचिव राजेंद्र पंडित कहते हैं कि आज के परिवेश में किसी का पैर धोकर पीना सही नहीं है। वे कहते हैं कि इससे गलत मैसेज गया है। हालांकि वे इसे पवन साह की व्यक्तिगत श्रद्धा बताते हैं।


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