पारा शिक्षकों के हड़ताल से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित, मनरेगा कर्मी भी हड़ताल पर
गोड्डा : जिले में पारा शिक्षकों के हड़ताल से शुक्रवार को पठन -पाठन कई जगह प्रभावित रह
गोड्डा : जिले में पारा शिक्षकों के हड़ताल से शुक्रवार को पठन -पाठन कई जगह प्रभावित रहा। कई विद्यालयों में ताला नहीं खुला तो कई विद्यालयों में बाहर बच्चे खेलते नजर आए। हालांकि, कई विद्यालयों में पारा शिक्षक क्लास लेते भी दिखे। उनका कहना था कि हड़ताल में वह भी शामिल है। लेकिन पहला दिन होने व संघ के जिला इकाई द्वारा कुछ स्पष्ट निर्देश प्राप्त नहीं होने के कारण वह विद्यालय आ गये हैं। आगे राज्य व जिला नेतृत्व संघ द्वारा प्राप्त दिशा निर्देश का अनुपालन किया जाएगा। वहीं, अपने पांच सूत्री मांगों को ले मनरेगा कर्मी भी शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये। जिससे जिले के विभिन्न प्रखंडों में मनरेगा कार्य भी प्रभावित हो गया है। मनरेगा कर्मियों का कहना है कि सरकार पिछले कई वर्षों से उनका शोषण कर रही है। लेकिन अब वह और शोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार को कई बार मनरेगा कर्मियों की समस्याओं से अवगत कराया गया। जिसमें सांकेतिक आंदोलन, मशाल जुलूस व भिक्षाटन आंदोलन शामिल है। बावजूद सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं गया। इसलिए मजबूरन मनरेगा कर्मियों को हड़ताल पर जाना पड़ा। मनरेगा कर्मी अपनी जायज मांग सरकार से मांग रहे हैं। उधर मुखियाओं ने विभिन्न मांगों को लेकर एक दिन पहले से ही कलम बंद हड़ताल शुरू कर दिया है। जिससे मनरेगा समेत कई अन्य योजनाएं प्रभावित है। विशेषकर ऐसी योजनाएं प्रभावित हो रही है जिनमें मुखिया को वित्तीय अधिकार प्राप्त है। मुखिया किसी सरकारी कार्यक्रम में भी हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
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पारा शिक्षकों के हड़ताल से कई विद्यालयों पर लटका ताला
गोड्डा: रांची में राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पुलिसिया लाठी चार्ज के विरोध में सभी पारा शिक्षक हड़ताल पर चले गये हैं। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को भी सैकड़ों पारा शिक्षक विद्यालय में अनुपस्थित रहें। जिससे विद्यालयों में पठन - पाठन प्रभावित रहा। वहीं कई विद्यालयों में तो ताला भी नहीं खुला। बच्चे विद्यालय पहुंच कर बाहर खेलते हुए दिखे। बाद में खेलते - खेलते अपने घर को लौट गए। खबर लिखे जाने तक जिला सर्व शिक्षा अभियान द्वारा अनुपस्थित पारा शिक्षकों का आंकड़ा एकत्र किया जा रहा था। उल्लेखनीय हो कि जिले में कुल 2244 पारा शिक्षक हैं। जिसमें से गुरूवार को 1204 पारा शिक्षक अनुपस्थित थे। जबकि मात्र 1040 पारा शिक्षक उपस्थित थे। अनुपस्थित पारा शिक्षकों का आंकड़ा आज और बढ़ने की उम्मीद है। ठाकुरगंगटी: प्रखंड क्षेत्र के सभी पारा शिक्षक शुक्रवार को हड़ताल पर रहें। शुक्रवार दोपहर बीआरसी परिसर में एकत्र होकर सरकार विरोधी नारा लगाया। उन्होंने पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का विरोध किया। पारा शिक्षकों ने सामूहिक रूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का आवेदन बीईईओ विद्यानंद मुर्मू को सौंपा। मौके पर अमरेंद्र पोद्दार, गौरव कुमार, नीरज झा, राजेश मंडल, गोरेलाल यादव प्रदीप मंडल, आशिफ इकबाल, संतोष कुमार, रामचंद्र प्रसाद, रूपक कुमार आदि उपस्थित थे। पारा शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से क्षेत्र के 106 विद्यालयों में से 42 विद्यालयों पर ताला लटका रहा। बोआरीजोर: प्रखंड में पारा शिक्षकों का हड़ताल का मिला जुला असर रहा। कुछ विद्यालयों में शिक्षकों को सेवा देते हुए देखा गया। इस दौरान मध्य विद्यालय केड़ो बाजार में पारा शिक्षकों को बच्चों को पढ़ाते हुए देखा गया। बसंतराय: पारा शिक्षक के हड़ताल पर चले जाने से कई विद्यालयों में ताला लटक गया। जानकारी के अनुसार प्रखंड के जमनिकोला स्थित अभियान विद्यालय बथान जहां दो पारा शिक्षक के भरोसे विद्यालय का संचालन होता था। हड़ताल पर रहने के कारण बंद रहा।प्रखंड में ऐसे कई विद्यालय हैं। पोड़ैयाहाट: पारा शिक्षकों के हड़ताल से प्रखंड के दर्जनों विद्यालय बंद रहे। ऐसे अभियान विद्यालय जो सिर्फ पारा शिक्षक के भरोसे थे वे बंद रहे। सरकारी शिक्षकों वाले विद्यालय खुले रहे। हड़ताल का सबसे ज्यादा असर अभियान विद्यालय पर पड़ा। जानकारी के अनुसार प्रखंड के 379 पारा शिक्षकों में से मात्र 32 शिक्षकों ने शुक्रवार को अपना हाजिरी बनाकर पठन-पाठन कार्य निष्पादित किया। मेहरमा: हड़ताल पर रहने के बावजूद प्रखंड के कुछ विद्यालयों में पारा शिक्षकों द्वारा पठन पाठन कार्य किया गया। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय सौरीचकला में पारा शिक्षिका सुशीला हांसदा को स्कूल में बच्चों को पढ़ाते देखा गया।इस संबंध में उन्होंने बताया कि वह भी हड़ताल पर हैं ।हड़ताल का आज पहला दिन रहने के कारण पठन-पाठन में सहयोग करने के लिए वह विद्यालय आयी हैं।वह दैनिक उपस्थिति पंजी में अपना हाजिरी नहीं बना रही हैं। पारा शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष तपेश्वर देव ने बताया कि जिला मुख्यालय में संघ की बैठक हो रही है।इसके पश्चात शनिवार को प्रखंड में बैठक कर सामूहिक रूप से आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। वर्जन
- पारा शिक्षकों के हड़ताल पर रहने से पठन - पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है।पूरे स्थिति से राज्य मुख्यालय को अवगत कराया गया है।जो भी निर्देश प्राप्त होगा उसके अनुरूप कार्य किया जाएगा। विभाग वैकल्पिक व्यवस्था पर भी काम कर रही है।
- जितेंद्र कुमार, डीएसई, गोड्डा ()
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जिले के 200 मनरेगा कर्मियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू
गोड्डा: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के सभी मनरेगा कर्मी जिसमें बीपीओ, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, लेखा सहायक, कंप्यूटर सहायक एवं रोजगार सेवक शुक्रवार से पांच सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये। मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल से जिले में चलायी जा रही मनरेगा संबधित सभी प्रकार के कार्य प्रभावित हो गये है। इसमें मजदूरों को काम देने, डीआरडीए में कंप्यूटर कार्य, लेखाजोखा, मापी व नये कार्यों को लेकर आधारभूत संरचना तैयार करने सहित अनेक प्रकार के कार्य प्रभावित होने की संभावना है। झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के जिला इकाई अध्यक्ष व्यासदेव यादव ने बताया कि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के प्रस्ताव को भी नहीं मान रही है। समान काम के लिए, समान वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर राज्य संघ पिछले छह माह से लगातार आंदोलन कर रही है। उन्हें न्यूनतम मजदूरी का भी भुगतान नहीं हो रहा है जबकि कार्य का बोझ दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। जायज मांग को ले सकारात्मक पहल नहीं दिख रहा है। अगर हमारी मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया जाता तो और उग्र आंदोलन किया जाएगा। वहीं, संघ के जिला प्रवक्ता मो. अकरम ने कहा कि जिले के दो सौ मनरेगा कर्मी अपने विभिन्न मांगों को लेकर 26 सितंबर से आंदोलन कर रहे है। इस दौरान धरना, प्रदर्शन, मंत्री व मुख्यमंत्री का घेराव किया गया। बावजूद सरकार अबतक उदासीन रवैया अपना रही है। इसलिए मनरेगा कर्मी हड़ताल पर चले गये हैं। जब तक मांग पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। इनकी मांगों में समान काम के लिए समान वेतन देने, श्रम कानून व न्यूनतम वेतन अधिनियम का अनुपालन करने, अन्य सरकारी विभागों में खाली सीटों पर मनरेगा कर्मियों का समायोजन करना आदि शामिल है। मेहरमा: प्रखंड के सभी मनरेगा कर्मी शुक्रवार से हड़ताल पर चले गए। इसकी लिखित जानकारी बीडीओ को दी। इसके पूर्व मनरेगा कर्मियों ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। मौके पर संघ के प्रखंड उपाध्यक्ष रौशन कुमार ने बताया कि जब तक उनकी मांग व सामाजिक अंकेक्षण के नाम पर भयादोहन बंद नहीं होगा वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे। मौके पर दीपक भारती,खालिद हुसैन, अखिलेश कुमार, हसन आजाद सुनील कुमार आदि उपस्थित थे।
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अधिकार के लिए मुखियाओं ने किया कलम बंद हड़ताल
गोड्डा : अधिकार सहित अन्य मांगों को लेकर जिले के मुखिया पिछले दो दिनों से हड़ताल पर हैं। इसके कारण पंचायत से संबंधित कार्य प्रभावित हो रहे है। मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष दिनेश यादव ने कहा कि प्रदेश इकाई के निर्देश के आलोक में जिले के 201 पंचायत के मुखिया गुरुवार से कलम बंद हड़ताल पर हैं। हड़ताल के दौरान मुखिया किसी भी प्रकार का कार्य नहीं करेंगे। इसमें हस्ताक्षर करना, योजना बनाना आदि शामिल हैं। सूबे की सरकार जन विरोधी सरकार है। ग्राम पंचायत का चुनाव होने के बाद भी समानांतर सरकार चलाना चाहती है। आज तक पंचायत प्रतिनिधियों को अधिकार नहीं दिया गया है। अब तक मुखिया को सम्मानजनक मानदेय व अन्य भत्ता नहीं मिला है। सिर्फ कार्यों का दबाव पदाधिकारियों द्वारा बनाया जाता है। ऐसे में जब तक अधिकारों की प्राप्ति नहीं हो जाती है तबतक मुखिया पंचायत के किसी भी कागजी कार्य में सहयोग नहीं करेंगे। वर्जन
हड़ताल के कारण कम से कम कार्य प्रभावित हो इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत संबंधित अधिकारियों को कार्य करने का निर्देश दिया गया है। पूरी व्यवस्था पर प्रशासन नजर बनाएं हुए हैं।
- अरूण एक्का, डीआरडीए निदेशक,गोड्डा (फोटो न.)