विस्थापित गांव बसडीहा में ईसीएल नहीं दे रहा पानी
ललमटिया ज्यों -ज्यों गर्मी बढ़ती जा रही है त्यों-त्यों बसडीहा में पेयजल संकट गहराता जा रह
ललमटिया : ज्यों -ज्यों गर्मी बढ़ती जा रही है, त्यों-त्यों बसडीहा में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। विदित हो कि बसडीहा गांव राजमहल परियोजना ललमटिया का विस्थापित गांव है। बसडीहा मौजा की जमीन पर खनन कार्य तीव्र गति से चल रहा है जिसके कारण गांव के चापाकल एवं कुआं सूख चुका है । गांव में पेयजल का एकमात्र स्त्रोत परियोजना का बोरवेल है जो बिजली से संचालित है। बिजली गुल होने पर पेयजल के लिए बसडीहा की जनता को दर-दर भटकनी है। ग्रामीणों का आरोप है कि शाम के 7 बजे के बाद यदि लाइन कट जाती है तो परियोजना के लोग उसे ठीक करने में 15 घंटे का समय लगाते हैं। यहां बिजली और पानी की समस्या एक साथ खड़ी होती है। लोग साइकिल से दूसरे गांव से पानी लाते हैं। हालांकि परियोजना की ओर से प्रतिदिन टैंकर के माध्यम से पेयजल आपूíत किया जाता है लेकिन तीन हजार की आबादी वाले बासडीहा गांव में टैंकर का पानी कम पड़ जाता है। सुबह टैंकर आते ही लोगों में पेयजल लेने की होड़ लगी रहती है जिससे गांव की सड़कें घंटों बाधित हो जाती है। ग्रामीणों ने परियोजना से जल्द पेयजल की स्थाई व्यवस्था की मांग की है।