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खूनी संघर्ष पर जुबान खामोश, गांव में सन्नाटा

जागरण संवाददाता, गोड्डा : पथरगामा प्रखंड के बलिया गांव में मंगलवार को सन्नाटा पसरा था। गुटी

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 11:02 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 11:02 PM (IST)
खूनी संघर्ष पर जुबान खामोश, गांव में सन्नाटा
खूनी संघर्ष पर जुबान खामोश, गांव में सन्नाटा

जागरण संवाददाता, गोड्डा : पथरगामा प्रखंड के बलिया गांव में मंगलवार को सन्नाटा पसरा था। गुटीय संघर्ष में मौत के बारे में कोई भी खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं था। सुबह में मृत हेमंत के घर पर ताला लटका था। शकुंतला देवी सदर अस्पताल में अपने पति के शव के साथ थी। दोपहर बाद शव को गांव में लाया गया। उसका अंतिम संस्कार बुधवार को होने की उम्मीद है। ¨हसक झड़प में घायल रामदेव ¨सह के घर में खामोशी थी। सोमवार की रात ही पुलिस रामदेव ¨सह के पिता और भाई को उठाकर ले गई थी। चौक-चौराहों पर कुछ लोग खड़े थे। घटना पर चर्चा कर रहे थे, लेकिन पूछने पर कोई बताने को तैयार नहीं था।

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बता दें कि पथरगामा थाना के इस गांव में सोमवार रात दो गुटों में ¨हसक झड़प हो गई थी। इसमें हेमंत ¨सह की मौत हो गई थी और रामदेव ¨सह गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया।

काफी कुरेदने पर एक -दो ग्रामीण ने बताया कि रात के अंधेरे में झड़प हुई। उस जगह कोई नहीं था। इसलिए सही कारणों को बता पाना कठिन है। ग्रामीणों की मानें तो हेमंत एवं रामदेव के बीच बेहतर संबंध था। दोनों एक साथ नशे का सेवन करते थे मगर घटना के कारणों के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। उन्हें सिर्फ इतना मालूम कि रामदेव ¨सह उर्फ गुड्डू ¨सह को चाकू लगी है और उसे गोड्डा ले जाया जा रहा है। कुछ देर के बाद पता चला कि हेमंत ¨सह को मार दिया गया है।

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माली हालत खराब थी इसलिए विचलित रहता था हेमंत

गोड्डा: हेमंत के घर की स्थिति ठीक नहीं थी। इस कारण उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हो गया था। उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। पांच साल से हत्या के जुर्म में उसका बेटा चंदन जेल में बंद है। वहीं छोटा बेटा गुजरात में रह रहा है। इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व गांव के राम केसर के लड़का का छेंका था। उसी दौरान हेमंत के बड़े बेटे चंदन से दो गोली चल गई थी। इसमें एक गोली कुल्हा ठाकुर को लगी जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। उसी मामले में पुलिस ने हेमंत को गिरफ्तार कर लिया था। जब बड़े बेटे ने अदालत में सरेंडर किया तब हेमंत को जमानत मिली। इस दौरान घर की कुर्की जब्ती भी हो गई थी। तब से हेमंत मानसिक रूप से काफी विचलित रहता था। बात-बात पर गुस्सा करता था। गांव में इधर-उधर घूमते रहता था।

बेटी के घर से लौटा था: हेमंत ¨सह अपने नाती को पहुंचाने सप्तमी को महागामा थाना के कोयला परसा गांव गया हुआ था। दुर्गापूजा में वह वहीं था। सोमवार दोपहर में अपने गांव बलिया पहुंचा। ग्रामीणों ने बताया कि रामदेव ¨सह ने सोमवार को पं¨पग सेट ले जाकर खेत का पानी सुखाया और तकरीबन चार पांच किलो मछली मारकर वह शाम को घर लौटा था। उसके बाद यह घटना घटी। कुछ लोगों का कहना है कि पीने खाने में ही दोनों के बीच में झगड़ा हुआ है और इसी बीच खूनी संघर्ष हुआ।

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रामदेव ने लगाया पीछे से वार करने का आरोप

गोड्डा: इलाज कराने गोड्डा हॉस्पिटल पहुंचे रामदेव ¨सह और उसकी मां ने बताया कि रामदेव ¨सह बहियार से अपना पं¨पग सेट माथे पर लेकर आ रहा था। इसी बीच पीछे से आकर हेमंत ¨सह ने पीछे से उस पर भाला से बाहर कर दिया जिससे वह घायल होकर वहीं गिर पड़ा। डॉक्टर ने बताया कि उसे पसली में छेद हो गया है जिससे स्थिति गंभीर है। उसे भागलपुर रेफर कर दिया गया है।


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