शहर में नो इंट्री का नहीं हो रहा अनुपालन
गोड्डा: शहर में एक ओर जहां ट्रैफिक व्यवस्था चरमराती जा रही है। वहीं दूसरी ओर सड़क दुर्घटना व जाम को ल
गोड्डा: शहर में एक ओर जहां ट्रैफिक व्यवस्था चरमराती जा रही है। वहीं दूसरी ओर सड़क दुर्घटना व जाम को लेकर दस वर्ष पूर्व बनायी गई नो इंट्री व्यवस्था भी दम तोड़ती नजर आ रही है। सही तरीके से नो इंट्री का अनुपालन नहीं होने के कारण इन दिनों कई घटनाएं होने से बची। मालूम हो कि समय सीमा में फेरबदल के बाद पिछले दो साल से सुबह छह बजे से रात दस बजे तक नो इंट्री लागू थी। इसके तहत भारी वाहनों के प्रवेश पर शहर में रोक है। लेकिन वर्तमान में सुबह सात-आठ बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश शहर में हो रहा है। जबकि रात में दस बजे के बजाय रात नौ बजे से ही भारी वाहनों का प्रवेश शहर में हो रहा है। हालांकि इस वक्त शहर की सड़कों में लोगों कि आवाजाही रहती है व 26 जनवरी मेला को लेकर भी चहलकदमी सड़कों पर बढ़ जाती है। वहीं सुबह के वक्त स्कूली बच्चे शहर के चौक-चौराहों पर खड़े रहते है बस पकड़ने के लिए इसके साथ ही बच्चे साइकिल से भी शहर के स्कूल पहुंचते है जिसके कारण दुर्घटना कि आशंका बनी रहती है। शहर में नो इंट्री गोड्डा कालेज मोड़, रामनगर, व महागामा रोड में कझिया नदी पूल रौतारा तक लागू है लेकिन इन जगह पर कई बार तो दिन में भी भारी वाहन प्रवेश कर रहे हैं जिसको रोकने की पहल नहीं हो रही है। शहरवासियों ने नये एसपी से शहर में नो इंट्री व्यवस्था को शतप्रतिशत सुनिश्चित करने की मांग की है। पुलिस की शक्ति से ही नो इंट्री का अनुपालन हो सकता है। साथ ही शहर में बने पांच ट्रैफिक पोस्ट कारगिल चौक, रौतारा चौक, हटिया चौक, न्यू मार्केट मोड़, मिशन चौक सरकंडा चौक पर दिन में ट्रैफिक पुलिस तैनाती की मांग की है।
-----------------
सड़क किनारे वाहन पड़ाव पर लगा प्रतिबंधित
गोड्डा: जिला परिवहन पदाधिकारी मनोज कुमार ने ट्रक व बस आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष व सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि बढ़ती सड़क दुर्घटना को लेकर हंसडीहा पीरपैंती रोड व गोड्डा भागलपुर रोड में सड़क किनारे वाहनों का पड़ाव प्रतिबंध रहेगा। कहा कि गोड्डा कृषि महाविद्यालय के बाद पूरे नगर परिषद क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए सड़क किनारे वाहन पड़ाव को प्रतिबंधित किया गया है। सभी को सप्ताह भर के अंदर इसका अनुपालन का निर्देश दिया गया है। मालूम हो कि हाल के दिन में सड़क दुर्घटना में काफी बढ़ोतरी हुई है। जिसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है इसके बाद से ही यह कदम उठाये जा रहे हैं।