बसंतराय क्षेत्र में तिलहन उत्पादन की मुहिम धीमी
जासं गोड्डा जिले के बसंतराय प्रखंड के सुस्ती पैक्स को उन्नत किस्म की सरसों बीज का हब बनान
जासं, गोड्डा : जिले के बसंतराय प्रखंड के सुस्ती पैक्स को उन्नत किस्म की सरसों बीज का हब बनाने की दिशा में शुरू की गई मुहिम अब मंद होती जा रही है। इस बार कृषि विभाग के बीटीएम कौशल किशोर की ओर से सुस्ती के किसानों को बीज सहित अन्य संसाधन नहीं दिए गए जिससे कृषि क्षेत्र का दायरा सिमट गया है। पूर्व में यहां करीब 100 एकड़ जमीन में सरसों की खेती होती थी। वहीं इस बार यह 35 एकड़ में सिमट कर रह गई है। कृषि विज्ञान केंद्र, आत्मा, सहकारिता विभाग व नाबार्ड की ओर से हर वर्ष सुस्ती पैक्स से जुड़े किसानों को अपेक्षित सहयोग दिया जाता था। पैक्स क्षेत्र के अंतर्गत विभाग द्वारा चयनित व प्रशिक्षित प्रगतिशील किसानों द्वारा रिसर्च किस्म के सरसों बीज का उत्पादन कर उसे कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से सर्टिफाइड बीज के लिए उचित कीमत पर खरीदकर भेजा जाता था। इससे किसानों की आय में भी अप्रत्याशित वृद्धि होती थी और उन्नत किस्म की सरसों बीज भी बड़ी मात्रा में उत्पादित हो जाता था। केवीके सूत्रों के अनुसार जिले में 140 हेक्टेयर जमीन में सरसों की उन्नत खेती की कार्ययोजना पूर्व में बनी थी। इस बार इसमें बदलाव किया गया है।
पूर्व में यहां पूषा 20 एवं 30 व पूषा महक किस्म की सरसों का उत्पादन किया गया था। लेकिन इस बार उन्नत किस्मों का आच्छादन कम हो गया है। शुरुआती दौर में यहां 16 किसानों का चयन किया गया था। पिछले वर्ष 30 क्विंटल से अधिक बीज का उत्पादन हुआ था। चयनित किसानों में रत्नदीप, शशिकर, दिनकर, जयप्रकाश, सिकंदर, गणेश, ब्रजेश आदि शामिल हैं। इनमें से कई किसानों को दूसरे प्रदेशों में भी डिमोन्ट्रेशन के लिए भी भेजा गया था। पिछले आठ वर्षों से इस क्षेत्र में हो रहा सरसों बीज का उत्पादन : कृषि विज्ञान केंद्र व आत्मा की पहल पर इस क्षेत्र को प्राथमिकता के आधार पर सरसों बीज उत्पादन की दिशा में उपयुक्त पाकर किसानों को प्रोत्साहित किया जाता रहा है। लेकिन इस बार परिस्थितियां बदल गई है। इससे किसानों में उत्साह भी कम हो गया है। बसंतराय के सुस्ती पैक्स के अध्यक्ष शशिकर झा ने बताया कि बसंतराय प्रखंड के प्रभारी बीडीओ राजू कमल और बीटीएम कौशल किशोर ने इस बार सरसों बीज का वितरण नहीं कराया गया। इससे किसानों में निराशा हुई है। यहां अधिकारियों ने चना बीज का वितरण किया गया है।
--------------------- किसानों की आय में वृद्धि को लेकर नाबार्ड की ओर से किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है। इस दिशा में उचित प्रशिक्षण सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। सुस्ती पैक्स से जुड़े किसानों को सरसों बीज की आपूर्ति किन कारणों से नहीं की गई है, इसकी जानकारी नहीं है।
- निर्मल कुमार, डीडीएम नाबार्ड , गोड्डा।