फाइनेंस कंपनी ने तीन माह से नहीं दिया मानदेय, प्रदर्शन
आज हमलोग उपायुक्त कार्यालय में आए हुए हैं। हमलोग जितेंद्र फाइनांस कंपनी में काम करते हैं। हमलोगों को तीन महीना से सैलरी नही मिली है। जितने भी कर्मी हैं कोई डेड़ वर्ष कोई आठ महीना से तो कोई छह महीने से कंपनी में कार्यरत है। हमलोगों को काम से निकालने के लिए कंपनी की ओर से कोई परमिट नही मिला था। वहीं नए टीसीएम द्वारा काम के दौरान बहुत अधिक दबाव दिया जा रहा था। लॉकडाउन के दौरान भी कुछ दिन कार्य भी किया। रुपए समाप्त होने के बाद जब सैलरी की बात की तो कंपनी ने तीन जून को टर्मिनेशन लेटर निकाल दिया। आवेदन के माध्यम से उपायुक्त से अनुरोध किया कि उनलोगों को कंपनी द्वारा कार्य से न हटाया जाए व ससमय वेतन भुगतान किया जाए।
गोड्डा : जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही फाइनेंस कंपनी ने अपने कामगारों को तीन माह से मानदेय नहीं दिया है। शुक्रवार को कंपनी के आधा दर्जन कामगारों ने उपायुक्त कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। इन कामगारों का कहना है कि वे सभी जितेंद्र फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं। कंपनी ने बीते तीन माह से किसी भी कर्मी को सेलरी नहीं दी है। सभी कर्मी बीते कई माह से कंपनी के अधीन काम रहे हैं। कोई डेढ़ वर्ष से तो कोई आठ माह से तो कोई छह महीने से कंपनी में कार्यरत है। कर्मियों ने बताया कि उनलोगों को काम से निकालने के लिए कंपनी की ओर से पूर्व में कोई आदेश भी नहीं निकाला गया था। वहीं नए टीसीएम द्वारा काम के दौरान बहुत अधिक दबाव दिया जा रहा था। लॉकडाउन के दौरान भी कार्य नहीं होने पर भी मानसिक रूप से काफी प्रताड़ित किया गया। पास में जितने पैसे थे, वे सभी कंपनी के काम में दौड़ धूप में ही खर्च हो गए। जब सेलरी देने की बात हुई तो कंपनी ने तीन जून को टर्मिनेशन लेटर निकाल दिया। सभी कर्मियों ने डीसी को आवेदन देकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। आवेदन के माध्यम से उपायुक्त से अनुरोध किया कि उनलोगों को कंपनी द्वारा कार्य से न हटाया जाए व ससमय वेतन भुगतान किया जाए। आवेदन देने वालों में संतोष कुमार, अमन कुमार, बी कुमार आदि शामिल थे।