रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन शुरू
संवाद सहयोगी मेहरमा प्रखंड के विभिन्न गांवों के श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार नहीं
संवाद सहयोगी, मेहरमा: प्रखंड के विभिन्न गांवों के श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार नहीं मिलने के कारण रोजगार की तलाश में उनका देश के अन्य राज्यों में पलायन शुरू हो गया है। इसी क्रम में शुक्रवार को प्रखंड के विभिन्न गांवों के 55 मजदूरों का जत्था लुधियाना (पंजाब) के लिए बस पर सवार होकर रवाना हुआ। इस दौरान कोरोना दिशा निर्देश की भी यहां खूब धज्जियां उड़ी। किसी श्रमिक के चेहरे पर मास्क नहीं था और ना ही शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा था। बस में भी क्षमता से अधिक मजदूरों को बैठाया गया था। मजदूरों में धमड़ी गांव के हरिनारायण राय, संजीव किस्कू, सुरेंद्र हांसदा, अखिलेश राय, इटहरी गांव के बबलू मंडल, धीरन मंडल, प्रसादी रजक, रतन राम, जतन राम,इनकी पत्नी आशा देवी ने बताया कि उन लोगों के लिए यहां कोई रोजगार उपलब्ध नहीं है मजबूरी में सभी लोग पंजाब के लुधियाना जा रहे हैं। बताया कि वहां से कंपनी के द्वारा ही बस भेजा गया है। बस पर पूर्णिया बिहार के भी कुछ मजदूर सवार थे। बताया कि पूर्णिया के मजदूरों के साथ हीं यहां के मजदूरों को भी बस में सवार कर लुधियाना ले जाया जा रहा है। श्रमिकों ने बताया कि यहां बेकार बैठने से तो अच्छा है कि वहां जाकर जो भी रोजगार मिलेगा तो उसे करेंगे। उससे कम से कम घर परिवार का खर्च तो चलेगा। सभी श्रमिकों को ईटहरी गांव के मजदूर मेठ पिटू मंडल द्वारा ले जाया जा रहा है। श्रमिकों का निबंधन भी नहीं कराया गया है। सरकार की ओर से पूर्व में प्रवासी श्रमिकों को निबंधन कराने के बाद भी देश के अन्य शहरों में जाने का निर्देश दिया गया था ताकि विपरीत परिस्थिति में श्रमिकों का डाटा सरकार के पास उपलब्ध रहे।