जुदाई के डर से प्रेमी युगल ने की आत्महत्या
ललमटिया : जुदाई के डर से हरकट्टा निवासी स्वर्गीय सांझला टुडू के 25 वर्षीय पुत्र प्रवीण टुडू
ललमटिया : जुदाई के डर से हरकट्टा निवासी स्वर्गीय सांझला टुडू के 25 वर्षीय पुत्र प्रवीण टुडू उर्फ बेटा टुडू जबकि चकरा निवासी ताला हांसदा की 24 वर्षीया पुत्री डेमय हांसदा (24) ने सोमवार की शाम चकरा पहाड़ पर एक पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी। सोमवार की देर रात पुलिस ने दोनों का शव थाना लाया जहां से मंगलवार की सुबह पोस्टमार्टम के लिए गोड्डा भेजा गया। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। ग्रामीणों के अनुसार दोनों के बीच कई माह से प्रेम प्रसंग चल रहा था। मृतका डेमय हांसदा की मां के अनुसार उसकी शादी चार वर्ष पूर्व राजभिट्ठा के जुबदी गांव के दिनेश मरांडी के साथ हुई थी। ससुराल में दो साल रहने के बाद वह गंभीर रूप से बीमार हो गई। इसके बाद परिजन उसे मायके ले आए। मायके में बहुत दिन तक रह गई और ससुराल नहीं जा पाई। इसी बीच चकरा में अपने मामा के यहां रह रहे प्रवीण टुडू उर्फ बेटा टुडू से वह प्रेम करने लगी। प्रवीण टुडू के मामा के अनुसार प्रवीण चार पांच साल का था तभी उसके पिता की मौत हो गई। इस कारण प्रवीण एवं उसके अन्य बहनों का पालन-पोषण चकरा में स्थित मामा के घर में हुआ। प्रवीण आइएससी पास कर चुका था। वह लड़की के साथ छह महीने से अपने घर में रह रहा था। इस कारण लड़की ससुराल जाना नहीं चाहती थी। सोमवार की शाम मवेशी चरा रहे लोगों ने दोनों को फांसी के फंदे से लटकता देखा और शोर मचाया। इसके बाद ग्रामीणों की भीड़ जुटी और लोगों ने ललमटिया थाना को इसकी सूचना दी। ललमटिया थाना पुलिस देर रात चकरा पहाड़ पहुंची और दोनों के शव को लेकर रात करीब एक बजे ललमटिया थाना पहुंची। युवक की शादी कहीं और करना चाहते थे परिजन : ग्रामीणों की मानें तो प्रवीण टुडू उर्फ बेटा टुडू के परिजन उसकी शादी कहीं और करना चाहते थे। इस वजह से दोनों ने आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों के अनुसार दोनों के बीच प्रेम प्रसंग काफी प्रगाढ़ हो चुके थे। इस कारण दोनों एक दूसरे से अलग होना नहीं चाहते थे। ग्रामीणों के अनुसार डेमय हांसदा का दिनेश मरांडी से तलाक भी नहीं हुआ था। संताली रीति-रिवाज के अनुसार बिना तलाक कोई लड़की दूसरी शादी नहीं कर सकती है। लोगों का कहना है कि शायद डेमय को डर था कि यदि प्रवीण की शादी दूसरी जगह हो जाती है तो उसे अपनी ससुराल जानी पड़ सकती है। इसलिए दोनों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से दोनों परिवार में मातम का माहौल छाया हुआ है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। झारखंड विकास मोर्चा के नेता सूर्यनारायण हांसदा ने दोनों के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।