35 वर्ष बाद भी पुलिसकर्मियों को नहीं मिला भवन
गोड्डा : पुलिस आधुनिकीकरण का दावा जिले में झूठा साबित हो रहा है। जिले के अधिकांश पु
गोड्डा : पुलिस आधुनिकीकरण का दावा जिले में झूठा साबित हो रहा है। जिले के अधिकांश पुलिस संस्थानों में रह रहे पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां जिला गठन के 35 वर्ष बाद भी पुलिस केंद्र नहीं बन पाया है तो दूसरी ओर जिले में कई थाना ऐसे हैं जिन्हें आजतक भवन नहीं मिल पाया है। कई थाना जर्जर भवन में चल रहे हैं तो कई थाना दूसरे भवन में चल रहे हैं। जर्जर भवनों में चलनेवालों थानों में पथरगामा भी शामिल है। वर्तमान में जिस भवन में थाना चल रहा है वह काफी जर्जर स्थिति में है। इस वजह से वहां रह रहे अधिकारियों व जवानों को कई तरह की परेशानी उठानी पड़ रही है। बताया जाता है कि यह थाना करीब 42 वर्ष पुराना है। जिला बनने के पहले से ही थाना चल रहा है लेकिन अबतक थाना को आधुनिक भवन नहीं मिल पाया है। जर्जर में तीन-चार कमरे हैं। इसके अलावा बरामद व हाजत है। बारिश के समय में भवन से पानी रिसता है। इस संबंध में पुलिसकर्मियों का कहना है कि जो संसाधन है उसी में काम करना है। कार्य के दौरान कई तरह की कठिनाई होती है। दूसरी ओर थाना परिसर में बने पुलिस क्वार्टर की स्थिति और भी जर्जर है। जहां कई बार छत से प्लास्टर भी टूटकर गिर जा रहा है। हल्की बारिश में भी छत से पानी रिसता है। हालांकि विभाग का कहना है कि मामला संज्ञान में है। आवंटन मिलते ही भवन निर्माण की दिशा में कार्य शुरू हो जाएगा।