मनरेगा योजना के तहत आंगनवाड़ी भवन में बरती जा रही अनियमितता
संवाद सहयोगीमेहरमा प्रखंड के विभिन्न गांवों में मनरेगा योजना के तहत विभिन्न योजनाओं के क्रि
संवाद सहयोगी,मेहरमा: प्रखंड के विभिन्न गांवों में मनरेगा योजना के तहत विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में अनियमितता थमने का नाम नहीं ले रहा है। कूप व तालाब खुदाई में अनियमितता के बाद अब नया मामला ईटहरी गांव में दुर्गा मंदिर के समीप आंगनबाड़ी भवन के निर्माण में बरती जा रही अनियमितता सामने आई है। यहां प्राक्कलन के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है। योजना स्थल पर ग्रामीणों के जानकारी से संबंधित सूचना पट भी नहीं लगाया गया है। निर्माण कार्य में बालू की जगह पीसा हुआ पत्थर का चूर्ण प्रयोग में लाया जा रहा है। इससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा होने लगा है। मौके पर उपस्थित कार्य कर रहे मजदूर सुबोध मंडल ने बताया कि एक ढलिया सीमेंट, दो ढलिया पत्थर का चूर्ण तथा 4 ढलिया बालू के अनुपात में मसाला बनाया जा रहा है। जबकि किसी भी कीमत पर पत्थर का चूर्ण देने का प्रावधान नहीं है। इससे ग्रामीणों में भी काफी आक्रोश है। योजना स्थल पर भी भारी मात्रा में पत्थर का चूर्ण देखा गया। लोगों का कहना है कि आंगनवाड़ी भवन में बच्चे पढ़ते हैं। इस तरह घटिया कार्य किया गया तो कभी भी हादसा हो सकता है। जिससे बच्चे की जान खतरे में पड़ सकती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिन्हें योजना के निरीक्षण की जिम्मेवारी है, वह भी कभी योजना अस्थल पर नहीं आते हैं। कहा कि कार्यालय में बैठे-बैठे हीं बिल विपत्र तैयार कर दिया जाता है। जानकारी के अनुसार आंगनवाड़ी भवन करीब 4 लाख 62 हजार रूपए मनरेगा तथा 2 लाख रुपए कल्याण विभाग कुल 6 लाख 62 हजार की लागत से बन रहा है। --- बालू की जगह पत्थर के चूर्ण का प्रयोग नहीं करना है। यदि ऐसा हो रहा है तो गलत है। ऐसा करने से मना किया जाएगा। योजना स्थल पर सूचना पट नहीं लगाने के संबंध में कहा कि यह छोटा-मोटा मामला है। कभी भी लग जाएगा। अनुज महतो --कनीय अभियंता