विभागीय लापरवाही से महागामा में बर्बाद हो रहा हजारों गैलन पानी
सरकार जल का एक-एक बूंद बचाने की कवायद में जुटी है वहीं दूसरी तरफ पानी बर्बाद हो रहा है।
जासं, गोड्डा : सरकार जल का एक-एक बूंद बचाने की कवायद में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ पेयजल स्वच्छता विभाग यहां हजारों गैलन पानी प्रतिदिन बर्बाद करने पर तुला हुआ है। आखिर इतनी ज्यादा मात्रा में प्रतिदिन पानी की बर्बादी के बाद भी स्थानीय प्रशासन के कानों पर जूं क्यों नहीं रेंग रहा है, यह बड़ा सवाल है। सरकार पानी बचाओ पर ज्यादा ध्यान दे रही है और दूसरी तरफ पानी को यूं ही बर्बाद होने के लिए छोड़ दिया गया है। महागामा पीएचडी विभाग की ओर से जब शाम और सुबह पानी पाइप में छोड़ा जाता है तो पाइप लीकेज होने से सड़क किनारे पानी का बहाव शुरू हो जाता है। इसके कारण सड़क पर पानी भर जाता है जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी होती है। यह नजारा ऊर्जा नगर गेट के समीप राजहंस दुकान के निकट की है। स्थानीय दुकानदार अशोक कुमार, संजू कुमार, मनोज कुमार आदि ने बताया कि पानी पाइप में छोड़ते समय पाइप लीकेज होने के कारण सड़क पर पानी बहता है जिससे काफी पानी बर्बाद हो जाता है। यह समस्या नई नहीं है। पिछले कई महीनों से यह समस्या जस की तस है। पीएचडी विभाग को समस्या से कई बार अवगत कराया गया, लेकिन इस दिशा में कोई पहल होता नहीं दिख रहा है। पानी बर्बादी के चलते कई मोहल्ले में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहुंच पाता है। इसके कारण लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है, लेकिन विभाग लीकेज पाइप की मरम्मत कराने में उदासीन है। लोगों ने विभाग से अविलंब लीकेज पाइप की मरम्मत कराने की मांग की है।