दिल में उम्मीद जगा हाथ में थमाई निराशा
जागरण संवाददाता,गोड्डा: सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विभाग का जोर है। सरकार
जागरण संवाददाता,गोड्डा: सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विभाग का जोर है। सरकार इसके लिए कई कार्यक्रम चला रही है। मगर, सरकार को इन विद्यालयों में कार्यरत पारा शिक्षकों की कोई ¨चता नहीं है। गोड्डा के पारा शिक्षक पैसे - पैसे के लिए मोहताज हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष में दो महीनों से मानदेय नहीं मिला है और पिछले साल के कई माह का भी भुगतान लंबित है।
अगस्त माह में पर्व होने के बाद भी भुगतान नहीं होने से शिक्षकों के हाथ निराशा लगी है। मानदेय नहीं मिलने के कारण पारा शिक्षकों का त्योहार भी फीका रहा। पारा शिक्षकों का कहना है कि एक तो कम मानदेय उस पर से नियमित नहीं। पिछले वित्तीय वर्ष से ही मानदेय काफी विलंब से प्राप्त हो रहा है। वर्ष 17-18 के कई माह का मानदेय भुगतान अलग- अलग प्रखंडों में अब तक लंबित है।
जिले का प्राथमिक शिक्षा पारा शिक्षकों के भरोसे ही चल रही है। नवसृजित प्राथमिक विद्यालय व प्राथमिक विद्यालयों की पढ़ाई इन्हीं पर निर्भर है। जिले में पारा शिक्षकों की संख्या 2272 है। लगभग 16 सौ विद्यालयों में से लगभग पांच सौ ऐसे विद्यालय हैं, जहां सिर्फ पारा शिक्षक ही प्रतिनियुक्त हैं।
-------------------------- राज्य से आवंटन नहीं मिला है। आवंटन प्राप्त होते ही पारा शिक्षकों का मानदेय अविलंब भुगतान कर दिया जाएगा। जिला स्तर से इसमें कोई विलंब नहीं है।
- शंभु दत्त मिश्रा, सहायक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, एसएसए गोड्डा -----------
पाठ योजना के तहत पढ़ाई शुरू
गोड्डा: पिछले दिनों समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक ने विद्यालयों में पाठ योजना के तहत पठन पाठन कार्य शुरू करने को कहा था। इसके लिए सभी विद्यालय प्रधानाध्यापकों को जरूरी दिशा निर्देश दिया था। विभिन्न विद्यालयों में पाठ योजना के तहत पठन - पाठन शुरू हो गया है। एडीपीओ शंभु दत्त मिश्रा ने मंगलवार को मध्य विद्यालय गंगटा समेत कई अन्य विद्यालय का निरीक्षण किया। इसमें पढ़ाई शुरू थी।