शहर की पुरानी जलमीनारों को मिलेगी नई जिदगी
गोड्डा गोड्डा शहर में दशकों पहले बनी तीन जलमीनारों के जीर्णेाद्धार के लिए नगर परिषद
गोड्डा : गोड्डा शहर में दशकों पहले बनी तीन जलमीनारों के जीर्णेाद्धार के लिए नगर परिषद ने कार्ययोजना तैयार की है। गंगटा, असनबनी और महिला कॉलेज परिसर में बनी जलमीनारों के लिए 600 फीट डीप बोरिग कर मोटर लगाया जा रहा है। कोरोना काल से पहले ही इनके जीर्णोद्धार के लिए 10 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। इसमें से गंगटा में 600 फीट बोरिग भी करा दी गई है वहीं शेष दो स्थानों में बोरिग के लिए नए ठेकेदार को काम आवंटित कर दिया गया है।नप बोर्ड शहर के ड्राई जोन में लोगों को जलसंकट से निजात दिलाने के लिए इस नई योजना को जल्द से जल्द धरातल पर उतारना चाहता है लेकिन बीते दिनों लॉकडाउन में निर्माण कार्य पर रोक के बाद ठेकेदार एक जहत पर बोरिग के बाद काम बंद कर दिया। अब विभाग उसे युद्ध स्तर पर पूरा कराने पर प्रयास कर रहा है।
दो दशक पहले होती थी जलापूर्ति : शहर के ड्राय जोन में अवस्थित इन जलमीनारों से दो दशक पूर्व करीब दस हजार की आबादी की प्यास बुझती थी। कालांतर में यहां की आबादी बढ़ती गई और पानी की खपत भी अधिक हो गई तो जलमीनारों के लिए की गई बोरिग जवाब दे गई। बीते पांच वर्षों से इन खराब पड़ी जलमीनारों के जीर्णोद्धार को लेकर नगर परिषद बोर्ड की बैठक में चर्चा होती रही। अंतत: 2019 में नप प्रशासन ने इसपर गंभीरता दिखाई। कोरोना काल के पूर्व फरवरी-मार्च में तीनों जलमीनारों की डीपीआर की स्वीकृति मिली।
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शहर के गंगटा चौक, असनबनी और महिला कॉलेज में पूर्व से बनी जलमीनारों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। संबंधित कार्य एजेंसी को एग्रीमेंट के अनुसार तय समयावधि में कार्य पूर्ण करने का सख्त निर्देश दिया गया है। इससे शहर के ड्रायजोन में लोगों को जल संकट से मुक्ति मिलेगी। - राजीव कुमार मिश्रा, कार्यपालक पदाधिकारी, नप, गोड्डा।