स्पेशल स्टोरी: 19 वर्षो से महापर्व छठ कर रहीं सविता देवी
भी मिलकर छठ घाटों पर जाते है और भगवान भास्कर को अर्घ अर्पित करते है। वास्तव मे यह नियम निष्ठा व लोक आस्था का महापर्व है। यह अनुभव वे पिछले 19 वर्षो से करती आ रही है। सभी का मंगल हो यही कामना के साथ छठ महापर्व कर रही है।
संवाद सहयोगी गोड्डा : शहर के रौतारा स्थित वार्ड नंबर एक निवासी निशिकांत झा की पत्नी सबिता देवी लगभग 19 वर्षो से लोक आस्था का महापर्व छठ करती आ रही हैं। अपने अनुभव का साझा करते हुए कहा कि वे हमेशा अस्वस्थ रहती थीं। इस बीच छठ महापर्व करने की इच्छा उनमें जागृत हुई। छठ पर्व के पहले अनुभव के बाद ही से उन्हें असीम उर्जा की प्राप्ति हुई। इसके बाद से लगभग 19 वर्षो से लगातार छठ महापर्व करती आ रही है। कहा कि सब कुछ छठि मइया की कृपा से संभव हो पाता है। कहा कि दुर्गा पूजा के बाद से ही छठ महापर्व का इंतजार रहता है। वहां से ही तैयारी भी धीरे-धीरे शुरू हो जाती है। इसके बाद जैसे जैसे पर्व नजदीक आता है तैयारी को अंतिम रूप दिया जाता है। छठ डाला लेकर कझिया नदी के पुल तट घाट रौतारा जाते है। कहा कि इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय बना रहता है। महापर्व को लेकर सभी बच्चे घर आते है जहां सभी मिलकर छठि मइया की आराधना करते है, अनुष्ठान में लोग शामिल होते हैं। महापर्व को लेकर आस्था से पूरा मुहल्ला सराबोर रहता है। यही महापर्व है जहां सारे भेदभाव मिट जाते है सभी मिलकर छठ घाटों पर जाते है और भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करते है। वास्तव मे यह नियम, निष्ठा व लोक आस्था का महापर्व है। यह अनुभव वे पिछले 19 वर्षों का दैनिक जागरण से साक्षा रही हैं। कहा कि सभी का मंगल हो। यही कामना के साथ छठ महापर्व कर रही हूं। जागरण परिवार ने अपने जीवन का 19 वां छठ पर्व मना रहीं सविता देवी का अभिनंदन किया ।