स्वरोजगार अपनाने से होगा गरीबी का उन्मूलन
गोड्डा : कृषक कल्याण अभियान के तहत चयनित गांवों के किसानों के लिए आयोजित तीन दिवसीय का
गोड्डा : कृषक कल्याण अभियान के तहत चयनित गांवों के किसानों के लिए आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला रविवार को प्रमाणपत्र वितरण के साथ समाप्त हो गई। इस दौरान 25 गांवों के 50 किसानों को केचुआ खाद बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान उर्वरक व खाद के महत्व पर प्रकाश डाला गया। मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी संतोष कुमार ने कहा कि घर में स्थानीय सामग्रियों व पशु के अवशिष्ट से बनाने वाले खाद अति लाभकारी होते हैं। यह खेत की मिट्टी के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता की पूर्ति करता है। जबकि उर्वरक खेत की मिट्टी को अम्लीय बना देता है। इससे खेत की उर्वरा शक्ति क्षीण होने लगती है। सरकार की इस कृषक कल्याण अभियान के तहत आयोजित यह कार्यशाला किसानों के लिए लाभदायक है। केचुआ खाद बनाने को स्वरोजगार के रूप में लेने से बेहतर आय अर्जित की जा सकती है। स्वरोजगार अपनाने से ही गरीबी का उन्मूलन संभव है। प्रशिक्षण देने वालों में डॉ. सूर्यभूषण, डॉ.हेमंत कुमार चौरसिया, डॉ.प्रगतिका मिश्रा, डॉ. सीपी ठाकुर आदि शामिल थे।