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आदिवासियों-मूलवासियों के साथ धोखा : बाबूलाल

पोड़ैयाहाट (गोड्डा) : राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री सह झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड ब

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Apr 2018 07:55 PM (IST)Updated: Sun, 15 Apr 2018 07:55 PM (IST)
आदिवासियों-मूलवासियों के साथ धोखा : बाबूलाल
आदिवासियों-मूलवासियों के साथ धोखा : बाबूलाल

पोड़ैयाहाट (गोड्डा) : राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री सह झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड बने18 साल हो गए लेकिन यहां के आदिवासियों-मूलवासियों की एक भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। शुरुआती दिनों में विकास की जो नींव उन्होंने डाली थी उसे ध्वस्त कर दिया गया है। वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार यहां के मूलवासियों व आदिवासियों के साथ धोखाधड़ी कर रही है।उनके अस्तित्व को ही समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। बाबूलाल रविवार को भटौंधा के सिदो कान्हू मैदान में आयोजित विशाल आदिवासी महासम्मेलन का उद्घाटन के मौके पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्लोगन से सरकार नहीं चलती। सरकार दृढ़ इच्छाशक्ति व जनहित में कार्य करने से चलती है। सरकार सीएनटी-एसपीटी एक्ट के साथ खिलवाड़ कर रही है। किसानों की जमीन ¨सचाई सुविधा के नाम पर हड़पने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने पूर्व की सरकारों भी निशाना साधते हुए कहा कि सरकार पहले यह तो देखे कि जितने डैम पूर्व में बन हैं उनकी क्या स्थिति है। विस्थापितों की क्या स्थिति है। उन्होंने कहा कि 1991 की जनगणना में झारखंड में आदिवासियों की संख्या 36 फीसद थी जो 2011 में घटकर 26 फीसद हो गई। यह कमी क्यों हुई यह विचार करने की जरूरत है। कहा कि आदिवासियों को विस्थापित कर उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया जिस वजह से उनकी जनसंख्या में कमी आई है। विस्थापन के कारण आदिवासी उजड़े तो भी संभल नहीं पाए। आज भी आदिवासियों को उजाड़ने की काम बदस्तूर जारी है। इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सभी यहां के आदिवासियों व मूलवासियों को एकजुट होना होगा।

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