कोरोना ने रेल परियोजना को जन उम्मीदों पर पानी फेरा
पोड़ैयाहाट- गोड्डा रेल परियोजना का काम कोरोना आपदा काल में काफी दिनों तक ठप रहा। जिससे जिला मुख्यालय तक रेल लाइन पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फिर रहा है। कोरोना के कारण तीन-चार महीने तक काम में रुकाव रहा। उक्त रेल मार्ग में
संवाद सहयोगी, पोड़ैयाहाट : पोड़ैयाहाट- गोड्डा रेल परियोजना का काम कोरोना आपदा काल में काफी दिनों तक ठप रहा। जिससे जिला मुख्यालय तक रेल लाइन पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फिर रहा है। कोरोना के कारण तीन-चार महीने तक काम में रुकाव रहा। उक्त रेल मार्ग में पुल-पुलिया का निर्माण सहित संपर्क पथों पर मिट्टी भराई का काम अभी बाकी है। लोगों को उम्मीद थी कि इस बार भी गत वर्ष की तरह प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर गोड्डा जिला मुख्यालय तक रेल परियोजना का उद्घाटन हो जाएगा। लेकिन यह नहीं हुआ।
बता दें कि बीते वर्ष पीएम के जन्मदिन 17 सितंबर को ही पोड़ैयाहाट-हंसडीहा रेल परियोजना का काम पूरा हो हुआ था। और पहली बार वहां से ट्रेन दौड़ी थी।
इसके लिए जहां दिल्ली से रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ऑनलाइन उद्घाटन किया था। वहीं पोड़ैयाहाट में कार्यक्रम आयोजित कर सांसद निशिकांत दुबे ने हरी झंडी दिखाई थी।
अभी 6 किमी रेललाइन का काम अधूरा:
पोड़ैयाहाट-गोड्डा रेल खंड में अभी 16 किमी में से 6 किमी रेल लाइन का काम बाकी है। कठौन हॉल्ट से 2 किलोमीटर आगे तक लाइन बिछाने का कार्य अभी प्रगति में है। मिली जानकारी के अनुसार निर्माण कार्य में गति लाने का निर्देश दिया है। गोड्डा और पोडै़याहाट के बीच तकरीबन 16 किलोमीटर तक लाइन बिछाने का कार्य किया जाना है। जिसमें पोडै़याहाट गोड्डा के बीच में तकरीबन 10 किमी तक लाइन बिछाने का कार्य पूरा किया जा चुका है। साथ ही लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा पुल पुलिया का काम भी पूरा हो चुका है। नवडीहा भटौंधा के पास बने पुल में संपर्क पथ पर मिट्टी भराई का कार्य बाकी है। पुल संख्या 40 एवं 44 भी तकरीबन पूरा हो चुका है। अब संपर्क पथ पर मिट्टी भराई का कार्य चल रहा है। इसके साथ ही कहीं कहीं बेडिग का काम भी चल रहा है। बरसात के कारण मिट्टी भराई के काम में काफी परेशानी हो रही है। जिससे विलंब हो रहा है। वहीं गोड्डा स्थित रामनगर के पास बन रहे स्टेशन के पुल का काम भी अभी बचा हुआ है उम्मीद की जा रही है कि एक माह में पूरा कर लिया जाएगा। बेडिग का काम जोर शोर से किया जा रहा है। कठौन के आगे तक 2 किलोमीटर तक नई पटरी बिछाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। कार्यएजेंसी की माने तो अब महज 6 किलोमीटर पटरी बिछाने का काम बचा हुआ है जो शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा।
अब तक पटरी व मेटल लेकर दो बार माल गाड़ी भटौंधा तक पहुंच चुकी है। जिसमें काफी संख्या में लोग ट्रेन देखने पहुंचे थे।
गोड्डा रेलवे स्टेशन का कार्य भी प्रगति पर है और जोर शोर से कार्य चल रहा है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो 6 माह के अंदर सभी कार्य पूरा हो जाएगा। बॉक्स
आजादी के 72 साल बाद 17 सितंबर 2019 को रेलवे के मानचित्र पर गोड्डा जिला का पोडै़याहाट जुट पाया था। तब गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया था। प्लेटफार्म में हजारों युवा, वृद्ध , महिलाएं एवं बच्चे इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने थे। ग्रामीण को रेल डिब्बे में बैठकर सेल्फी लेकर ही खुद को धन्य समझ रहे थे।
6 माह से बंद ट्रेन सेवा : उद्घाटन से 6 माह तक लोगों ने ट्रेन का भरपूर आनंद लिया । लेकिन लोगों के इस उत्साह पर कोरोना ने ब्रेक लगा दिया। कोरोना को लेकर ट्रेन की आवाजाही बंद हो गई है । स्टेशन वीरान पड़ा हुआ है। लोग निराश है। पहले लोग आराम से ट्रेन पर बैठकर दुमका, देवघर व भागलपुर जाया करते थे। स्कूली बच्चे भी आराम से ट्रेन से आना-जाना कर रहे थे। लोगों को उम्मीद है कि शीघ्र ही अब ट्रेन का परिचालन इस इस रूट में भी होगा।