Move to Jagran APP

नियमित दिनचर्या व संतुलित आहार के कारण कोरोना से बचे रहे

संवाद सहयोगी मेहरमा देश के कई हिस्सों में कोरोना की तेज लहर अब भी जारी है। हाला

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Jun 2021 07:43 PM (IST)Updated: Tue, 01 Jun 2021 07:43 PM (IST)
नियमित दिनचर्या व संतुलित आहार के कारण कोरोना से बचे रहे
नियमित दिनचर्या व संतुलित आहार के कारण कोरोना से बचे रहे

संवाद सहयोगी, मेहरमा : देश के कई हिस्सों में कोरोना की तेज लहर अब भी जारी है। हालांकि लॉकडाउन व लोगों की जागरूकता के कारण इसमें कमी भी आ रही है। वहीं गोड्डा जिला में कई ऐसे गांव हैं, जहां अब तक कोरोना की एंट्री नहीं हो पाई है। खासकर आदिवासी बहुल गांवों में पहली व दूसरी लहर में भी कोरोना की एंट्री नहीं हुई है। इसी में एक नाम मेहरमा प्रखंड के आदिवासी गांव दरियाचक का भी जुड़ गया है। यहां के लोगों की नियमित दिनचर्या व जागरूकता के कारण यहां के लोगों को कोरोना छू तक नहीं पाया है।

loksabha election banner

दिन सोमवार, समय सुबह 10 बजे । प्रखंड मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर दरियाचक गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। इक्का-दुक्का लोग ही अपने-अपने घरों के मेढ़ पर बैठे नजर आ रहे हैं। अधिकतर लोग अपने अपने खेतों की ओर निकल चुके हैं। गांव के बुजुर्ग व बच्चे घरों में हैं जबकि महिलाएं अपने दैनिक कार्य में व्यस्त है। इसी क्रम में गांव के गोपाल बेसरा, देव बेसरा, बरियार बेसरा, राजेंद्र मडैया, लाल बेसरा आदि से वहां मुलाकात होती है। सभी मास्क या गमछा से मुंह ढके हुए हैं। इन लोगों से जान पहचान होने पर बताया कि गांव की आबादी करीब 500 है। खेती,मजदूरी व मवेशी पालन करना इनलोगों की नियमित दिनचर्या है। बताया कि खेती-बाड़ी से चावल, गेहूं, दाल व हरा सब्जी प्राप्त हो जाती है। सभी घर का ही बना बनाया व संतुलित आहार लेते हैं। अधिकांश लोगों के दरवाजे पर दो-एक गाय जरूर मिल जाएगी। सभी स्वयं गाय पालते हैं व इनकी सेवा करते हैं। इससे उन लोगों को शुद्ध दूध व गोबर मिल जाता है। गोबर खेतों में खाद के काम में आ जाता है। यहीं कारण है कि कोरोना महामारी के इस दौर में भी गांव के लोग स्वास्थ्य व सुरक्षित हैं। बताया कि सभी लोग कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हैं। अनावश्यक कोई भी घर से बाहर नहीं निकलते हैं। गांव का कोई भी युवक इस वर्ष मजदूरी के लिए बाहर नहीं गया है। जो गया भी था, पिछले वर्ष हीं लॉकडाउन के कारण वापस गांव आ गया है। गांव के युवक सुबह-शाम फुटबॉल खेलते हैं।तथा नियमित व्यायाम करते हैं। मामूली सर्दी,खांसी, बुखार होने पर जड़ी,बूटी सहजन, गिलोय व तुलसी का काढ़ा का सेवन करते हैं। इससे तुरंत ठीक भी हो जाते हैं। बताया कि कोरोना जांच में सभी के रिपोर्ट निगेटिव आई है। टीकाकरण के लिए भी लोग जागरूक हैं।बताया कि आगामी 12 जून को कोरोनारोधी टीकाकरण के लिए पंचायत भवन में शिविर लगने वाला है। गांव के सभी लोग जाकर वहां टीका लगवाएंगे।इसके लिए गांव के लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

--------------------------------------------

पंचायत के सभी गांव के लोग काफी जागरूक हैं।लोगों ने कोरोना जांच भी कराई है। 45 प्लस के कुछ लोगों ने कोरोना रोधी टीका भी लगवाया है।आगामी 12 जून को पंचायत भवन में टीकाकरण शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारी की जा रही है। गांव के सभी लोगों को टीका लगवा दिया जाएगा। समय-समय पर गांव के लोगों के बीच मास्क व सैनिटाइजर का वितरण किया जाता रहा है।- रामविलास मंडल, मुखिया, दरियाचक।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.